सिंगरौली (आईपी न्यूज)। भारत सरकार की मिनिरत्न कंपनी व कोल इंडिया की अग्रणी सहायक कम्पनियों में से एक नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) न केवल राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करती है वरन एक जिम्मेदार निगमिय नागरिक के कर्तव्यों का भी पालन करती है और अपने आस पास के लोंगो के जीवन को सवारने के लिए प्रयत्नशील रहती है।
इसी कड़ी में स्थानीय युवाओं को विश्वस्तरीय रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाने के उद्देश्य से एनसीएल ने एमएसएमई टूल रूम, इंदौर (इंडो जर्मन टूल रूम) व शासकीय आईटीआई, सिंगरौली के साथ गुरुवार को एनसीएल मुख्यालय में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया।
एमओयू पर एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेश्वर पाठक, एमएसएमई टूल रूम, इंदौर की ओर से महाप्रबंधक आर पन्नीरसेलवम, व शासकीय आईटीआई, सिंगरौली की ओर से प्राचार्य श्री एन.के पटेल ने हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू से स्थानीय युवाओं को अपने हुनर तराशने का एक मंच मिलेगा जिसमें उन्हे बदलते समय की आधुनिक तकनीकों, मशीनों व वर्तमान प्रौद्योगिकी से जुड़ी प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसकी मदद से वे देश-विदेश में रोजगार पा सकेंगे। इस करार से औद्योगिक व शैक्षणिक नवाचारों को बल मिलेगा स साथ ही शोध एवं विकास के माध्यम से सामाजिक और ओद्योगिक समस्याओं के हल निकालने में भी यह कदम मददगार होगा। एनसीएल को भी इससे जरूरत मुताबित प्रशिक्षित श्रमशक्ति मिल सकेगी जो उत्पादन, उत्पादकता व शोध कार्यों के लिए अहम होगी।
मध्यप्रदेश शासन के डाईरेक्टरेट ऑफ स्किल डेव्लपमेंट के अंतर्गत कार्यरत शासकीय आईटीआई, सिंगरौली को एनसीएल व एमएसएमई टूल रूम, इंदौर के सेंटर ऑफ एक्सलेन्स के रूप में भी स्थापित किया जाएगा। सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्धम मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एमएसएमई टूल रूम, इंदौर जो इंडो जर्मन टूल रूम के नाम से भी जाना जाता हैं, का उद्देश्य संस्थानों को स्किल्ड मैनपावर व आधुनिक तकनीकों से सपोर्ट करना हैं।
गौरतलब है कि बदलते सामाजिक परिदृश्य में अपने आस-पास के हितग्राहियों का समावेशी विकास एनसीएल की प्राथमिकता हैं स साथ ही, एनसीएल का यह कदम भारत सरकार के ‘स्किल इंडिया’ कार्यक्रम को बल देने की दिशा में भी एक महतवपूर्ण कदम है। इस अवसर पर एनसीएल, एमएसएमई टूल रूम व शासकीय आईटीआई, सिंगरौली के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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