तेलों की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर ने चिंता जताई है। सूत्रों के मुताबिक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने कीमतें काबू में करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सरकार कई विकल्पों पर विचार कर रही है। तेलों की कीमतें में पिछले साल के मुकाबले 30-35 फीसदी ज्यादा हैं। सरसों के तेल के भाव 160 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गए हैं।
तेलों की बढ़ती हुई कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार 3-4 विकल्पों पर विचार कर रही है। पहले विकल्प के तहत STC और MMTC के जरिए तेलों का आयात करने पर विचार किया जा रहा है। STC और MMTC के लिए इंपोर्ट ड्यूटी कम रखी जा सकती है। सरकार टैरिफ को कुछ वक्त के लिए फ्रीज भी कर सकती है। बता दें की सरकार हर 15 दिनों बाद टैरिफ की समीक्षा करती है।
कॉटन में तेजी
कॉटन में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। ICE कॉटन 19 महीने के ऊपरी स्तर के करीब है। US,भारत और पाकिस्तान में उत्पादन कम हुआ है। उधर चीन की कॉटन इंडस्ट्री 90 फीसदी क्षमता पर पहुंच गई है जिससे मांग बढ़ गई है। कपड़ों की मांग में रिकवरी से भी कॉटन में तेजी आई है। अप्रैल के निचले स्तर से ICE कॉटन 46 फीसदी ऊपर दिख रहा।