कोरबा (आईपी न्यूज)। बीते वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों की आबादी का डेटा जारी हुआ तो इनकी संख्या में आई भारी कमी को लेकर खुब हो-हल्ला हुआ था। इधर, बाघों संरक्षण को लेकर खर्च की गई राशि के आंकड़े सामने आए हैं। वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2018-19 के दौरान 34 करोड़ 36 लाख 94 हजार 558 रुपए का वहन किया गया था। करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बावजूद 2018 की गणना रिपोर्ट में बाघों की संख्या 2014 के मुकबाले आधे से भी कम आई थी। वर्ष 2014 की गणना में छत्तीसगढ़ में 46 टाइगर बताए गए थे। 2018 में यह संख्या घटकर 19 पर आ गई थी। बाघों की घटी हुई संख्या का आंकड़ा का सामने आने पर इसको लेकर कई सवाल उठाए गए थे।
खर्च की गई राशि
वित्तीय वर्ष व्यय राशि
2015-16 – 4,75,29,281
2016-17 – 10,63,91,388
2017-18 – 11,97,37,482
2018-19 – 7,00,36,407
2019-20 – निरंक
कुल व्यय – 34,36,94,558
बाघों की संख्या
गणना वर्ष कुल संख्या
2006 – 26
2010 – 26
2014 – 46
2018 – 19