रायपुर (IP News). छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी द्वारा राज्य सरकार की नीति के अनुरूप खेती किसानी कार्यों के लिए बिजली आपूर्ति विषयक कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ऊर्जा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए बीते दिनों इस बाबत् निर्देषित किया गया था। कृषि कार्यों को बिजली की निर्बाध आपूर्ति हो सके इस हेतु पाॅवर कंपनीज के चेयरमेन सुब्रत साहू सहित अन्य आपरेशन एण्ड मेन्टेनेंस कार्यों से जुड़े उच्चाधिकारियों द्वारा इसकी सतत् मानीटरींग की जा रही है। साथ ही मैदानी अधिकारियों से मिले रिपोर्ट के मुताबिक फेल ट्रांसफार्मरों को बदलने, कृषि पम्पों के ऊर्जीकरण कार्यों का तेजी से निपटारा करने सक्षम अधिकारियों को नियमानुसार जल्द स्वीकृति देने के निर्देश कंपनी प्रबंधन द्वारा दिये गये हैं।
कृषि कार्यों के लिए बिजली प्रदाय करने नये ट्रांसफार्मर की स्थापना, नये कृषि पम्पों को ऊर्जीकृत करने के लिए लाइन विस्तारीकरण का कार्य, फेल ट्रांसफार्मर को बदलने जैसे कार्यों में कोताही बरतने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। ऐसे ही एक प्रकरण में शिकायत मिलने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उपसंभाग बेरला में पदस्थ परिचारक श्रेणी-दो संजय कुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इस संबंध में अधीक्षण अभियंता व्ही.आर. मौर्य ने बताया कि उक्त कर्मी पर विभिन्न गंभीर अनियमितताओं एवं कार्य में लापरवाही बरतने की शिकायतें प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर उसे निलंबित कर पूरे मामले की जाॅच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि कार्यालयीन कार्यों में कोताही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ आगे भी कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
प्रदेश में विद्युत क्रांति संग हरित क्रांति को बढ़ावा देने के लिए राज्य शासन द्वारा सिंचाई पम्पों के ऊर्जीकरण हेतु विद्युत लाइन विस्तार के लिए कृषक परिवार के एक सदस्य को एक लाख रूपये एवं संभागवार राशि बचत की स्थिति में अधिकतम डेढ़ लाख रुपये अनुदान दिया जाता है। राज्य सरकार की कृषक हितैषी योजनाओं के परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ में 4 लाख 44 हजार से अधिक ऊर्जीकृत कृषि पम्प संचालित हो रहे हैं। ऐसी सुविधा की सहज उपलब्धता से किसान परिवारों में आर्थिक समृद्धि आई है। वर्षभर में एक फसल लेने वाले किसान अब फसल चक्र को अपनाकर दोहरी फसल लेने में कामयाब हुए हैं।