सिंगरौली (IP News). भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) में 16 से 19 मार्च 2021 के बीच अंतरक्षेत्रीय हॉकी प्रतियोगिता 2020-21 का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को फाइनल मैच में जयंत एवं खड़िया के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ जिसमें खड़िया की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए पेनाल्टी शूट आउट में जयंत को 2-0 से मात देकर खिताब पर कब्जा जमाया।
फाइनल मैच के दौरान एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) बिमलेन्दु कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। श्री कुमार ने विजेता एवं उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को शानदार खेल का प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी और विश्वास जताया कि एनसीएल की हॉकी टीम कोल इंडिया तथा राष्ट्रीय स्तर की अन्य हॉकी प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर एनसीएल का परचम लहराएगी। अपने उद्बोधन में श्री कुमार ने कहा कि खेलों के माध्यम से फिटनेस एवम टीम भावना दोनो बढ़ती है और ये किसी भी कंपनी को शीर्ष तक ले जाने के लिये आवश्यक है।
श्री कुमार ने खेल को स्वस्थ जीवन का आवश्यक अंग बताया और सभी से इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान किया द्य श्री कुमार ने एनसीएल में खेलों के प्रोत्साहन के लिए प्रबंधन की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम के दौरान एनसीएल के जेसीसी सदस्य बीएमएस से पी के सिंह, सीएमएस से आर के सिंह, आरसीएसएस से बीरेंद्र सिंह बिष्ट, सीएमओएआई से सर्वेश सिंह, महाप्रबंधक जयंत आरबी प्रसाद एवं एनसीएल स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के सदस्य बतौर विशिष्ट अतिथि मौजुद रहे ।
इसके पूर्व शुक्रवार की सुबह प्रतियोगिता का सेमीफइनल मैच निगाही व जयंत तथा खड़िया व झिंगुरदा के बीच खेला गया था ।
टूर्नामेंट में एनसीएल के कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों की कुल 12 टीमों ने भाग लिया एवम प्रतियोगिता के दौरान कुल 15 मैच खेले गए ।
टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर राजा विजय मिंज (खड़िया) व सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में केनय होनगा (जयंत) को सम्मानित किया गया ।
समापन समारोह के दौरान अमलोरी के महाप्रबंधक। राजीव कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया ।
गौरतलब है कि एनसीएल में वर्ष भर अनेक खेल प्रतियोगिताओं जैसे क्रिकेट, लॉन टेनिस, बैडमिंटन, फुटबॉल, कैरम, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स इत्यादि का आयोजन किया जाता है जिससे कर्मियों का शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य सुधारने के साथ ही उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो सके।