पटना (IP News). बिहार के नए उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की उम्र को लेकर कई प्रकार की विसंगतियां सामने आईं हैं। चुनावी हलफनामों से इसका खुलासा हुआ है। श्री प्रसाद कटिहार से बीजेपी के विधायक हैं। चौथी बार यहां से विधायक चुने गए हैं। उन्होंने आरजेडी के राम प्रकाश महतो को 82,105 वोटों से हराया है। उन्होंने महतो को 2005 में भी महज 605 वोटों के अंतर से हराया था। 2005 के विधानसभा चुनाव में श्री प्रसाद ने जो हलफनाम प्रस्तुत किया था इसके अनुसार उनकी उम्र 48 साल थी। 5 साल बाद उनकी उम्र महज 1 साल बढ़ी और 49 साल हुई। फिर 5 साल बाद 2015 में उनकी आयु 3 साल बढ़कर 52 साल हुई। 2020 के चुनावी हलफनामें के अनुसार तारकिशोर प्रसाद की उम्र 12 साल बढ़कर 64 हो गई।
श्री प्रसाद बिहार के सीमांचल इलाके में पार्टी के एक्टिव नेता रहे हैं और खुद को पार्टी का सीमांचल का कार्यकर्ता मानते हैं। वे वैश्य समुदाय से आते हैं और उन्हें सुशील कुमार मोदी का करीबी माना जाता है। 64 साल के तारकिशोर यादव महज 12वीं तक पढ़ हैं, लेकिन बिहार बीजेपी के सीमांचल इलाकों में काफी पैठ रखने वाले नेता माने जाते हैं। तारकिशोर प्रसाद का बीजेपी में पुराना इतिहास रहा है। उन्होंने बीजेपी के छात्र मोर्चा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की है, परिषद में उन्होंने कई दायित्वों को निभाया है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अपना पेशा कृषि बताया है और उनकी शिक्षा इंटरमीडिएट पास बताई गई है।
चुनावी हलफनामे के मुताबिक
👉बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की उम्र 2005 में 48 साल थी।
👉5 साल बाद उनकी उम्र महज़ 1 साल बढ़ी और 49 साल हुई।
👉फिर 5 साल बाद 2015 में उनकी आयु 3 साल बढ़कर 52 साल हुई।
👉और आखिरी के 5 साल, यानी 2020 तक उनकी उम्र 12 साल बढ़कर 64 साल हो गई। pic.twitter.com/drOqzwXx8N
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) November 21, 2020