रायपुर (आईपी न्यूज)। पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस से सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के साथ गांवों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर्स की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के हॉट-स्पॉट क्षेत्रों से लौटे श्रमिकों के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रवासी मजदूरों की स्किल-मैपिंग करने के भी निर्देश दिए, ताकि उनके कौशल और प्रशिक्षण के आधार पर स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था की जा सके। वीडियो कॉन्फ्रेंस में चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी और स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने भी मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य की अच्छी तरह जांच करने के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दें। संदिग्धों के सैंपल जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही छोड़ें। घर लौटने के बाद भी उन्हें अगले दस दिनों तक होम-क्वारेंटाइन में रहने और इसके दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करवाने कहा। ऐसे लोगों की निगरानी के लिए पंचायत प्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, जनगणना कर्मियों और साक्षरता प्रेरकों की टीम बनाने का सुझाव भी उन्होंने दिया। श्री सिंहदेव ने क्वारेंटाइन सेंटर्स में भोजन, आवास, पेयजल, साफ-सफाई, मास्क एवं साबुन की उपलब्धता, सेनिटाइजेशन, स्वास्थ्य जांच और सैंपल कलेक्शन की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने क्वारेंटाइन सेंटर्स में रह रहीं गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों का प्रोटोकॉल के मुताबिक टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। महिला एवं बाल विकास विभाग की मदद से पोषण आहार भी उपलब्ध कराने को कहा है। क्वारेंटाइन अवधि में डिलीवरी होने पर नवप्रसूता और नवजात को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने के भी निर्देश दिए। श्री सिंहदेव ने क्वारेंटाइन सेंटर्स के लिए मास्क और सेनिटाइजर की खरीदी स्वसहायता समूहों से करने को कहा है। प्रदेश की अनेक स्वसहायता समूहों की महिलाएं बड़े पैमाने पर मास्क और सेनिटाइजर बना रही हैं। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटर्स में सेवाएं प्रदान कर रहे ग्रामीणों और कार्मिकों को पर्याप्त सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराने और उनकी सेहत का ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटर्स में संक्रमण की संभावना वाले लोगों के सैंपल कलेक्शन के दौरान सावधानी बरतने, सैंपलों की समुचित लेबलिंग और निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लैब भेजने कहा।

श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा के तहत प्रवासी श्रमिकों के नए जॉब-कार्ड बनाने, कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों, जल संरक्षण तथा नरवा, गरवा, घुरवा और बारी योजना के मनरेगा के अभिसरण से अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संरक्षण, जल संचय और सिंचाई विस्तार से संबंधित कार्यों को बारिश के पहले प्राथमिकता से पूर्ण करने कहा।

श्री सिंहदेव ने मनरेगा के अभिसरण से बनने वाले आंगनबाड़ी भवनों, नवगठित ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों और धान उपार्जन केंद्रों में चबूतरा निर्माण के कार्य यथाशीघ्र मंजूर कर कार्यारंभ करने कहा। उन्होंने नवगठित ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन के निर्माण का काम हर हाल में 2 अक्टूबर से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंस में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री टी.सी. महावर, पंचायत विभाग के संचालक एस. प्रकाश और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक राहुल वेंकट भी शामिल हुए।

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