नई दिल्ली: जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैय्यद अरशद मदनी ने कहा जमीयत उलेमा ए हिंद कोरोना वायरस की वजह से अबकी बार चंदा नहीं लेगी और अपने लोगों से दरखास्त की है कि वह लोग सभी गरीब लोगों को हिंदू हो चाहे मुसलमान उन लोगों की मदद करें और वह सब लोग जो हमारी जमीयत को चंदा देते हैं वह लोग हिंदू मुसलमान की इस बुरे टाइम में मदद करें यह सभी लोगों से हमारी दरखास्त है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते देश का मुस्लिम ही नहीं हिंदू समाज भी बुरे दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग हमारी मदद करते थे उनसे अपील है कि वह इस दौर में बिना मजहब को देखे अपने असहाय हिंदू भाइयों की भी मदद करें।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हमारा दीन हर जरुरतमंद की मदद करने का हुक्म देता है। चाहे वह किसी भी मजहब का क्यों ना हो। उन्होंने मुस्लिम समाज से आह्वान किया कि वह अपने मुस्लिम भाईयों की ही नहीं बल्कि उनके पड़ोस में रहने वाले दूसरें संप्रदाय के गरीब व असहाय लोगों की भी मदद करें।
मौलाना मदनी ने कहा कि जो लोग माह-ए-रमजान में दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं वह इस बार सिर्फ मुसलमानों के साथ साथ उन लोगों की भी मदद करें जो कोरोना माहमारी के चलते बेरोजगार हो गए हैं। और उनको किसी की मदद और सहारा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह वक्त भले ही मुसिबतों का हो लेकिन अगर इस वकत में हमने आपसी सौहार्द बनाए रखा तो यकीनन हम भाईचारे को बढ़ा रहे हैं। इसलिए मदद करने में दूसरें संप्रादय के लोगों को ना छोड़े।