कोरोना वायरस के बाद से काफी कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है। इस बदलाव में इंडियन रेलवे भी पीछे नहीं है। अभी तक आप सरपट चाल से भाग रही ट्रेन पर जब गर्मा गरम सूप या चाय की चुस्कियां लेते रहें हैं। तो इसका मजा ही कुछ और था, अब ये सब भूतकाल की बातें हो जाएंगी। कोरोना वायरस के बाद से जिस तरह से रेलवे की व्यवस्था में बदलाव हुआ उसमें अब कुछ अहम बदलाव हमेशा के लिए दिखाई देंगे। दरअसल कोरोना वायरस के पहले AC कोच में चादर, तकिया कंबल, तौलिया मिलता था, लेकिन कोरोना वायरस के बाद रेल सफर में इन सब चीजों पर पाबंदी लगा दी गई। अब इंडियन रेलवे ने पेंट्री कार को भी हटाने की तैयारी कर ली है। करीब 300 ट्रेनों से पैंटी कार हटाने की तैयारी की जा रही है। इन पेंट्री कार की जगह रेलवे थर्ड एसी के कोच लगाने की तैयारी कर रहा है। ताकि अधिक से अधिक रेल यात्रियों के टिकट कन्फर्म किए जा सके। जिससे रेलवे की कमाई में इजाफा हो सके।
रेल यूनियन ने पेंट्री कार हटाने की मांग की थी
दरअसर कुछ दिन पहले एक रेल यूनियन रेल मंत्री को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें सुझाव दिया था कि अगर ट्रेनों से पेंट्री कार हटा दिए जाएं और इसकी जगह थर्ड एसी के कोच लगा दिए जाएं तो रेलवे की कमाई बढ़ जाएगी।
अब रेल यात्रियों को ऐसे मिलेगा भोजन
दरअसल रेलवे IRCTC द्वारा चलाए जा रहे किचन बेस को तैयार कर रहा है। बड़े रेलवे स्टेशन में बनाए जा रहे हैं। जिन ट्रेनों से पेंट्री कार हटाए जाएंगे, उन ट्रेनों में किचन बेस के जरिए भोजन मुहैया कराया जाएगा। इसके साथ ही रेल यात्रियों को ई कैटरिंग या ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने का विकल्प भी मिलेगा। रेलवे इस कदम से ई-कैटरिंग (ecatering) को बढ़ावा देना चाहता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेलवे किसी भी तरह के विवाद में फंसने से बचने के लिए पिछले दरवाजे से इस काम को पूरा करना चाहता है।