नागपुर (IP News). भीड़ आपको हौसला तो देती है पर आपकी पहचान छीन लेती है। भीड़ में रहते हुए भी आप अपनी अलग पहचान बना सकते हैं, कुछ अलग करके दिखा सकते हैं। सीएमडी राजीव रंजन मिश्र ने मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम में भाग ले रहे डब्ल्यूसीएल के युवा अधिकारियों से अपने जीवन और कार्यकाल के अनुभवों पर बात करते हुए दूरदर्शी नेतृत्व और सफलता के मूल मंत्र साझा किए।
उन्होंने कहा कि एक सफल नेतृत्वकर्ता के लिए कुछ चीजें बहुत ही जरूरी हैं जैसे कि ऐसी सकारात्मकता जिसे बिल्कुल भी डगमगाया ना जा सके, दूरदर्शी और बड़ी सोच, लीक से हटकर सोचने और करने का जज्बा, एक जुझारू टीम बनाने की कला, किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चरणबद्ध और समयबद्ध योजना, वर्क लाइफ बैलेंस और सबसे जरूरी, असंभव को भी संभव करने की जिद!
आप किसी को भी झूठ बोल सकते हैं पर खुद से झूठ नहीं बोल सकते। आपके अंदर अपने सपनों के प्रति अटूट विश्वास होना चाहिए। जब आप अपना 100ः किसी भी काम में देते हैं तो ईश्वर भी आपकी मदद अवश्य करते हैं।
श्री मिश्र ने कहा की अंश मात्र का भी अहंकार अपने अंदर नहीं रखें, आप हर किसी से कुछ ना कुछ सीख सकते हैं और हर पल अपने को बेहतर बना सकते हैं। डब्ल्यूसीएल के पिछले 6 वर्षों की यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा की टीम डब्ल्यूसीएल ने हमेशा चुनौतियों को अवसरों में बदला है और कठिन परिस्थितियों में भी इस टीम ने अपना हौसला बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि मुझे टीम डब्ल्यूसीएल पर फक्र है। कप्तान ने युवा अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में प्रगतिशील सोच के साथ नए आयाम जोड़ने का आह्वान किया और कंपनी की प्रगति के लिए हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित किया। युवा अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए और कंपनी के सतत विकास में अपने योगदान हेतु प्रतिबद्धता दर्शाई।