व्यापार मंत्री लिज ट्रस की ओर से जारी बयान में कहा कि इसका अभिप्राय है कि पैरासिटामोल के करीब तीस लाख और पैकेट ब्रिटेन की दवा दुकानों में उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि दशकों में कोरोना वायरस ऐसा सबसे बड़ा खतरा है, जिसका सामना हम कर रहे हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि हम वैश्विक कारोबार जारी रखने और आपूर्ति मार्ग खुला रखने के लिए मिलकर काम करें। मैं भारत और ब्रिटेन के उन अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने इस समझौते पर काम किया और मैं भविष्य में भारत एवं अन्य देशों के साथ मिलकर कोविड-19 की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहती हूं।
बता दें कि पैरासिटामोल के 28 लाख पैकेट की यह खेप भारत द्वारा आवश्यक दवाओं के निर्यात में ढील देने के बाद यहां पहुंची है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी पीएम मोदी को दिए थे धन्यवाद
कोरोना वायरस के कहर के बीच कोविड-19 महामारी संकट से जूझ रहे अमेरिका को भारत के द्वारा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट देने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जमकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। ट्रंप ने भारत की ओर से कोरोना के इलाज में कारगर माने जा रहे मेलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दिए जाने के बाद कहा कि अमेरिका इस मदद को कभी नहीं भुला पाएगा। उन्होंने भारत, भारत के लोगों और पीएम मोदी को इसके लिए धन्यवाद दिया।