नई दिल्ली। देश में जारी लॉकडाउन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर उतरकर कई प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। राहुल गांधी अचानक शाम के समय मस्क लगाकर सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के पास पहुंचे और वहां पैदल घर जाने के क्रम में फुटपाथ पर बैठे कुछ मजदूरों से मुलाकात की। इस दौरान सामाजिक दूरी का पूरा खयाल भी रखा गया।
राहुल गांधी ने करीब एक घंटे तक मजदूरों से बातचीत की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। मजदूरों ने बताया कि बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने सभी मजदूरों को मास्क, खाना और पानी दिया। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से बोलकर गाड़ियां मंगवाईं और मजदूरों को घर तक भेजने का इंतजाम करवाया। दिल्ली कांग्रेस के नेता अनिल चौधरी ने बताया कि सभी मजदूरों को गाड़ियों से रवाना कर दिया गया। हालांकि पुलिस ने एक गाड़ी में सिर्फ दो लोगों को भेजने की अनुमति दी, फिर भी सभी मजदूरों के लिए गाड़ियों का इंतजाम करा लिया गया।
The pain of the people can only be understood by leaders who care. Here are a few glimpses of Shri @RahulGandhi interacting with migrant labourers in Delhi.#RahulCaresForIndia pic.twitter.com/wo0ULmpT7L
— Congress (@INCIndia) May 16, 2020
इस दौरान खबर है कि राहुल गांधी ने जिन श्रमिकों से मुलाकात की उनको पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोशिशों के बाद पुलिस ने मजदूरों को छोड़ा। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने मजदूरों को हिरासत में लेने की खबर को अफवाह बताया है। पुलिस ने कहा कि हमने नियमों के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से बुलाई गाड़ियों में मजदूरों को बैठाकर रवाना किया। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
इससे पहले राहुल गांधी ने वीडियो लिंक के जरिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मजदूरों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश में मजदूरों की हालत चुनौतीपूर्ण है। जो लोग सड़कों पर हैं, उनकी मदद करना और उनकी सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। उनके जेब में सीधे पैसा भेजने की जरूरत है। राहुल गांधी ने कहा कि इससे ज्यादा मुश्किल वक्त उनके जीवन में नहीं आएगा। हमें उन्हें यह भरोसा देना होगा कि हम उनके साथ हैं और उनका सम्मान कम नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से लागू लॉकडाउन के कारण पूरे देश में प्रवासी मजदूरों पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। कहीं से कोई मदद नहीं मिलने पर जान बचाने और पेट भरने के लिए गरीब बेसहारा मजदूर वापस अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। राजधानी दिल्ली की सड़कों पर भी रोज हजारों मजदूरों को पैदल अपनी जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में देखा जा सकता है। इसी बीच शनिवार शाम को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का सड़कों पर उतरकर मजदूरों के बीच पहुंचना एक सुखद एहसास जरूर दे गया।