सेना के लिए बम, गोला, बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने वाले आयुध कारखानों के 80 हजार कर्मचारियों ने 12 अक्टूबर से बेमियादी हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है।
कर्मचारियों का आरोप है कि देश की सुरक्षा के दावे करने वाली सरकार आयुध कारखाने की गोपनीय प्रणाली तक को दांव पर लगा रही है। आयुध कारखाना कर्मचारियों की सभी यूनियनों ने मंगलवार को 12 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए सांकेतिक प्रदर्शन कर नोटिस दे दिया।
सामूहिक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके सरकार की बेरुखी और बेपरवाही पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया। यहां तक कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री के सामने 14 बार इस मामले पर पक्ष रखा गया, लेकिन उनकी ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई। जबकि रक्षा उत्पादन देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
निगमीकरण करके निजी कंपनियों को इस क्षेत्र में खुली छूट देना सीधे तौर पर राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ है। रक्षा सचिव के साथ 28 जुलाई को बैठक के बाद आश्वासन मिला था कि कर्मचारियों की चिंता को लेकर रक्षामंत्री को सूचित किया जाएगा, जिसका आज तक फेडरेशन के पास कोई जवाब नहीं आया। ये स्थिति आने पर फेडरेशन और ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल का निर्णय लिया है।