सिंगरौली (आईपी न्यूज)। एनसीएल कोल इंडिया की एक अग्रणी अनुषंगी कंपनी है। कोल इंडिया ही नहीं कोयला मंत्रालय भी बेहतर परिणाम के लिए एनसीएल से आशान्वित हैं। टीम एनसीएल किसी भी लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम है एवं कर्मियों का यही समर्पण भावना इसको एक उत्कृष्ट कंपनी बनाता है। ये शब्द एनसीएल के निदेशक (वित्त) नाग नाथ ठाकुर ने मंगलवार को कंपनी से सेवानिवृत्त हो रहे वरिष्ठ कर्मियों के ज्ञान व अनुभव को सहेजने में एनसीएल की नई पहल के शुभारंभ पर कहे।
भारत की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं के अनूरूप कोल इंडिया को 2023-24 में 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया हैं, एनसीएल भी इसमें अपनी भूमिका के लिए कटिबद्ध हैं। बढ़ते लक्ष्यों के आलोक में कंपनी को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना हैं इसमें से एक हैं हमारे कोयला उदद्योग से सेवानिवृत्त हो रहे अनुभवी कर्मीयों की कमी ।
एनसीएल ऐसे वरिष्ठ कर्मियों के ज्ञान व अनुभव को सहेज कर भावी चुनौतियों से लड़ने को तैयार है। इसी आलोक में निदेशक (वित्त) ने अपना 36 वर्षों का कोयला उदद्योग से जुड़ा अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) बिमलेंदु कुमार, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) डॉ अनिन्द्य सिन्हा, महाप्रबंधक (समन्वय) एस. एस. सिन्हा उपस्थित रहे। एनसीएल की सभी परियोजनाएं व महाप्रबंधकगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस सत्र से जुड़े ।
सत्र को संबोधित करते हुए निदेशक (वित्त) श्री ठाकुर ने कहा कि कंपनी के प्रति समर्पण व लगन से कार्य करने से आंतरिक संतोष मिलता है व नेतृत्व की क्षमता विकसित होती है। कंपनी के लक्ष्य से अपने दायित्वों को जोड़कर कार्य करने से कर्मी व कंपनी दोनों के विकास को एक नई दिशा मिलती हैं, इसलिए सभी को कंपनी के कार्यों को तह तक जाकर समझकर पूर्ण मन से काम करना चाहिए। उन्होने कहा सरकार द्वारा बनाया गया कोई भी नियम, नियमावली कार्यों को सुगम बनाने में सहायक होता हैं एवं इसे सकारात्मक रूप में लेना चाहिए।
उन्होने एनसीएल में बैच वाइस उच्च गुणवत्ता के प्रशिक्षण पर जोर दिया जिससे प्रतिभावान एवं नेतृत्वयोग्य अधिकारियों की पहचान हो सके। उन्होने एनसीएल की सरहना करते हुए बताया की यहा निर्णयन में तेजी लाकर व लगातार तकनीकी हस्तक्षेप से एनसीएल ने एक नई कार्य संस्कृति विकसित की है जो सबके लिए अनुकरणीय हैं।
निदेशक (कार्मिक) बिमलेंदु कुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी व इस तरह के कार्यक्रम की आवश्यकता को विस्तार से बताया । निदेशक (तकनीकीध् परियोजना एवं योजना) डॉ अनिन्द्य सिन्हा ने प्रशिक्षण एवं विकास के क्षेत्र में तकनीकी के प्रयोग की महत्वता को समझाया। कार्यक्रम में महाप्रबंधक (समनव्य) एसएस सिन्हा ने धन्यबाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम का संयोजन एनसीएल के मानव संसाधन विभाग ने किया।
गौरतलब है की कोविड-19 महामारी के चलते सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन हैं एवं सभी प्रशिक्षण केंद्र बंद हैं ऐसे में एनसीएल ने तकनीकी का इस्तेमाल कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रशिक्षण की शुरुआत की है।