कोरबा (आईपी न्यूज)। नगर पालिक निगम, कोरबा के मेयर के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर प्रथम नागरिक का ओहदा किस दल के पार्षद को मिलेगा। 10 जनवरी को महापौर और सभापित के चुनाव की तारीख तय की गई है। बहुमत के जादुई आंकड़े तक पहुंचने की जुगत में भाजपा और कांग्रेस दोनोें दल हैं। दोनों ही दलांेे के नेता महापौर बनाने का दावा कर रहे हैं। दावों के बीच भाजपा, कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं में घबराहट भी है। दरअसल महापौर और सभापति का चुनाव गुप्त मतदान से होना है। ऐसी स्थिति मेें क्रास वोटिंग का खतरा रहेगा। इधर, निगम क्षेत्र ही नहीं जिले के लोगों में जिज्ञासा है कि आखिर महापौर की कुर्सी पर कौन काबिज होगा।
भाजपा में संगठन तय करेगा नाम! आरएसएस लाबी भी जुटी है
भाजपा 31 पार्षदों के साथ दौड़ में आगे है। मेयर का पद ओबीसी मुक्त है। पूर्व संसदीय सचिव लखनलाल देवागन के छोटे भाई नरेन्द्र देवांगन, रितु चैरसिया, सुफल दास महंत, शैलेन्द्र सिंह के नाम चर्चा में हैं। नरेन्द्र व रितु के नाम चर्चा में टाप पर हैं। नरेन्द्र पूर्व संसदीय सचिव के भाई हैं तो रितु के लिए आरएसएस लाबी लगी हुई है। पार्टी ने भाजपा के महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी को पर्यवेक्षक बनाया है, लेकिन कहा जा रहा है कि महापौर प्रत्याशी का नाम पार्टी ही तय करेगी। नाम तय करने के बाद इसे निर्वाचित पार्षदों के बीच रखा जाएगा और सहमति की मुहर लगवाई जाएगी। भाजपा को बहुमत के लिए 3 और पार्षदों की आवश्यकता है। कहा जा रहा है पार्टी की ओर से मेयर का प्रत्याशी कौन होगा, इसका खुलासा पहले नहीं किया जाएगा। सभापति के लिए भाजपा से हितानंद अग्रवाल, लुकेश्वर चैहान, चंद्रलोक सिंह आदि की दावेदारी है।
कांग्रेस, महापौर प्रत्याशी चयन में राजस्व मंत्री का पलड़ा भारी!
प्रदेश के 10 नगर पालिक निगम में चुनाव हुए। इनमें 9 पर कांग्रेस महापौर बनाएगी यह लगभग तय है। कोरबा के मामले में पेंच फंसा हुआ है। क्योंकि यहां कांग्रेस के 26 उम्मीदवार की चुनाव जीतकर आए हैं। बहुमत के लिए 34 की संख्या चाहिए। कांग्रेस ने 3 निर्दलीय पार्षदों को अपने खेमे में जरूर कर लिया है, लेकिन इसके बावजूद 5 और पार्षदों के समर्थन का जुगाड़ करना होगा। बताया जा रहा है कि महापौर उम्मीदवार के चेहरे पर भी समर्थन टिका हुआ है। कांग्रेस महापौर के लिए राजकिशोर प्रसाद, संतोष राठौर, सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, श्याम सुंदर सोनी के अलावा धरम निर्मले का नाम चर्चा में है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार इनमें से किसी एक को मेयर का प्रत्याशी बनाया जाएगा। चारों पार्टी के बड़े चेहरे हैं। इनके बीच सुनीता राठौर का नाम भी लिया जा रहा है। इनमें धरम निर्मले विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत खेमे से हैं तथा बाकी के पांच राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। बताया जा रहा है महापौर उम्मीदवार चयन में राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल का पलड़ा भारी हो सकता है। हालांकि पार्टी ने सुभाष धुप्पड़ को पर्यवेक्षक बनाया है। महापौर के साथ ही सभापति का चुनाव भी होना है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस भी महापौर पद का उम्मीदवार कौन होगा इसका खुलासा चुनाव के वक्त ही करेगी। कांग्रेस में सभापति को लेकर भी कई नाम सामने आ रहे हैं।