कोरबा (IP News). शनिवार को दिवाली की रात्रि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक से भी खतरनाक स्तर पर रिकार्ड हुआ। रात्रि 10.30 से 11 बजे के बीच कुसमुंडा गेवरा बस्ती एरिया का एक्यूआई 2361 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर दर्ज हुआ। PM2.5 – 999 एवं PM10 – 1999 रिकार्ड हुआ। यह आंकड़े बताते हैं कि प्रदूषण की कितनी गंभीर स्थिति के बीच इस क्षेत्र के लोग निवास कर रहे हैं। कुसमुंडा सहित 14 स्थानों पर निजी संस्था सार्थक द्वारा ग्रीन पीस व एनवायरोनिक्स ट्रस्ट द्वारा आधुनिक प्रदूषण मापक यंत्र स्थापित किया गया है। कुसमुंडा के अलावा कोरबा शहरी क्षेत्र के दर्री- एनटीपीसी, खरमोरा औद्योगिक क्षेत्र, टीपी नगर, रविशंकर नगर एवं एसईसीएल गेवरा माइंस एरिया का प्रदूषण स्तर भी गंभीर क्षेणी में दर्ज हुआ है। देखें क्षेत्रवार प्रदूषण का स्तर:
क्षेत्र AQI PM2.5 PM10
कुसमुंडा- गेवरा बस्ती- 2361 999 1999
खरमोरा – 338 169 284
गेवरा- दीपका- 318 144 187
दर्री-एनटीपीसी – 349 184 336
रविशंकर नगर – 304 125 201
टीपी नगर – 305 126 200
(नोट – आंकड़े 14 नवम्बर रात्रि 10.30 से 11 बजे के हैं)
कितना होना चाहिए एक्यूआई और पीएम 2.5 व पीएम 10 का स्तर
देश में इंडियन नेशनल एअर क्वालिटी स्टैंडर्स बना हुआ है। इसके अनुसार 0-50 तक का एक्यूआई स्तर यानी स्थिति बहुत अच्छी है। 51-100 का स्तर संतोषजनक। 101- 200 का स्तर बताता है कि प्रदूषण बढ़ रहा है। 201- 300 का स्तर यानी स्थिति खराब। 301- 400 का लेवल बहुत खराब तथा 400 या इससे अधिक का स्तर प्रदूषण के गंभीर हालात को दर्शाता है। पीएम 2.5 का स्तर 0- 30 तक है तो वातावरण बहुत अच्छा है। 31- 60 संतोषजनक, 61- 90 प्रदूषण का दायरा बढ़ रहा है। 91- 120 खराब एवं 121- 250 बुहत खराब तथा 250 से अधिक का स्तर गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है। पीएम 10 का स्तर 0 से 50 बेहतर, 51- 100 संतोषजनक। 101- 250 प्रदूषण का बढ़ना, 251- 350 का स्तर खराब तथा 351- 430 का लेवल बहुत खराब। पीएम 10 का लेवल 430 के उपर हैं तो हालात गंभीर हैं।