कमल हासन ने मंगलवार देर रात ट्वीट किया, ‘बालकनी में खड़े सभी लोगों को जमीनी हकीकत पर ध्यान देना चाहिए। पहले दिल्ली और अब मुंबई में प्रवासी मजदूरों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया। प्रवासी मजदूरों की समस्या ”टाइम बम” की तरह है, इससे पहले कि यह कोरोना से भी ज्यादा बड़ी हो, इसे डिफ्यूज किया जाना चाहिए। बालकनी वाली सरकार इस पर नजर रखे कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है।’

कोरोना के चलते लॉकडाउन के बीच गुमराह किए जाने पर मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्य जाने के लिए इकट्ठा हुए। इन लोगों को यहां से हटने के लिए कहा गया लेकिन घर जाने के लिए इनके अड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में किया गया। इस भीड़ को उकसाने के आरोप में ही विनय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

बालकनी सरकार कहने के क्या हैं मायने
कमल हासन ने सरकार को बालकनी सरकार कहकर तंज इसलिए कसा है क्योंकि बीते दिनों 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अपने घर के बालकनी में आकर थाली, ताली और घंटी बजाकर कोरोना के खिलाफ जंग में अगली कतार में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करने को कहा था।

 

 

 

source : Hindustan

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