कोरबा (आईपी न्यूज)। आरएसएस के श्रमिक संगठन भारतीय मजूदर संघ का कहना है कि लाॅकडाउन का सबसे अधिक असर दिहाड़ी मजदूरों, संविदा कर्मचारियों (कॉट्रेक्ट लेबर), कुटीर उद्योग, कृषि श्रमिकों, निर्माण क्षेत्र के मजदूरों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों पर पड़ा है। बीएमएस ने कहा कि इसलिए केन्द्र सरकार को प्राथमिकता के आधार पर इनके लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।