नई दिल्ली। एक औजार के रूप में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से हरित, सुरक्षित और टिकाऊ खनन परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए, कोयला मंत्रालय ने कोयला खानों की स्टार रेटिंग के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया है। केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने नई दिल्ली में इस पोर्टल को शुरू किया, जो भारत में सभी संचालित कोयला खानों को स्व-रेटिंग, कोल नियंत्रक संगठन (सीसीओ) द्वारा उनके सत्यापन, अगले मूल्यांकन और अंत में स्टार रेटिंग के आवंटन में सक्षम बनाता है।
इस वेब पोर्टल पर एक सुव्यवस्थित तंत्र के माध्यम से प्राप्त की गई स्टार रेटिंग के आधार पर, देश के उच्चतम स्कोरिंग वाले खानों को एक सार्वजनिक समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, सभी खानों को सीसीओ द्वारा उनकी स्टार रेटिंग और विशेष रिपोर्टिंग वर्ष का उल्लेख करते हुए, एक आधिकारिक प्रमाण पत्र दिया जाएगा। ऐसे खान, जिनका स्कोर 91 से 100 प्रतिशत तक होगा उन्हें 5 स्टार मिलेगा, 81 से 90 प्रतिशत वाले को 4 स्टार, 71 से 80 प्रतिशत वाले को 3 स्टार, 61 से 70 प्रतिशत वाले को 2 स्टार, 41 से 60 प्रतिशत वाले को 1 स्टार और 0 से 40 प्रतिशत तक स्कोर वाले खानों को पोर्टल पर कोई स्टार नहीं मिलेगा, जो भारतीय कोयला खानों के लिए स्टार रेटिंग नीति में निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार है।
यह पोर्टल सभी कोयला खानों को प्रमाण-पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ आत्म-मूल्यांकन के लिए लॉगइन करने की सुविधा प्रदान करेगा। सीसीओ के क्षेत्रीय कार्यालयों को वेब पोर्टल पर एक अलग लॉगइन सुविधा प्रदान की जाएगी, जिसके माध्यम से वे आत्म-मूल्यांकन को दाखिल कर सकते हैं। सीसीओ के माध्यम से गठित एक मूल्यांकन समिति, निर्धारित नीति के आधार पर अंतिम टिप्पणी रखेगी और अंत में पोर्टल पर स्टार रेटिंग दर्ज हो जाएगी।
यह उल्लेखनीय है कि कोयला मंत्रालय ने पिछले वर्ष भारत में कोयला खानों के लिए एक स्टार रेटिंग नीति तैयार की थी। यह नीति खुली खदानों के मूल्यांकन के लिए 50 मानक तथा भूमिगत खानों के लिए 47 मानक निर्धारित किए गए थे। इस नीति में खनन संचालन संबंधी मानकों, पर्यावरण संबंधी मानकों, प्रौद्योगिकियों का अंगीकरण, सर्वश्रेष्ठ खनन प्रथाओं, आर्थिक निष्पादन, पुनर्वास और पुनर्वास संबंधी मानकों, कामगार संबंधी अनुपालन और सुरक्षा तथा संरक्षा संबंधी मानकों जैसे सात व्यापक मॉड्यूलों के तहत स्टार रेटिंग मानदंड पर जोर दिया गया है। कोयला मंत्रालय में सचिव श्री अनिल कुमार जैन, अपर सचिव श्री विनोद कुमार तिवारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।