मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा में अभिनेत्री कंगना रनौत और रिपब्लिक टीवी एंकर अर्णब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किए गए। इसे लेकर विधानसभा में खूब हंगामा हुआ। हाल ही में कंगना रनौत ने मुंबई को पीओके कहा था और अर्णब गोस्वामी महाराष्ट्र सीएम, विधायकों और सांसदों के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाते रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला महाराष्ट्र विधानसभा भी पहुंच गया। मंगलवार को शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने विधानसभा में रिपब्लिक टीवी के मालिक और एंकर अर्णब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। उहोंने कहा कि अर्णब गोस्वामी ने अपने कार्यक्रमों में महाराष्ट्र के मुखअयमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ अनर्गल भाषा का इस्तेमाल किया। सरनाइक ने कहा कि अर्णब लगातार टीवी कार्यक्रमों में महाराष्ट्र के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों का अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “मीडिया की स्वतंत्रता के नाम पर वह मुख्यमंत्री, पवार साहेब और दूसरे निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की छवि खराब कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि सदन उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे।“
इस प्रस्ताव का बीजेपी विधायकों ने मौखिक विरोध किया, जबकि महाराष्ट्र के संसदीय कार्यमंत्री ने इसका समर्थन किया। उन्होंने भी सभापति से प्रस्ताव को स्वीकार करने की अपील की। उन्होंने कहा, “जब कोई प्रधानमंत्री के बारे में टिप्पणी करता है तो आप नाराज हो जाते हैं, ऐसे में उस व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं होनी चाहिए जो बुरी नीयत से मुख्यमंत्री को निशाना बना रहा है।” एनसीपी नेता छगन भुजबल और समाजवादी पार्टी सदस्य अबु आजमी ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया भुजबल ने कहा, “अगर लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है, लेकिन ऐसा करने में शब्दों का संयम भी जरूरी है।” विधानसभा के उपसभापति नरहरि जिरवाल ने कहा कि प्रस्ताव पर विधायी नियमों के तहत कार्यवाही की जाएगी। सरनाइक ने इस प्रस्ताव पर गृहमंत्री से बयान की मांग भी उठाई।
इस प्रस्ताव के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणविस ने कहा कि मंगलवार विधानसभा की कार्यवाही का आखिरी दिन है और ऐसे में और महत्वपूर्ण कार्य होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिव्यक्ति की आजादी पर सत्ता पक्ष का दोहरा रवैया है।
इस हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित करना पड़ी। इस दौरान बीजेपी विधायकों ने सदन में नारेबाजी भी की। बाद में सरनाइक ने दावा किया कि सभापति ने प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है।
इस बीच महाराष्ट्र के गृहमंत्रा अनिल देशमुख ने अभिनेत्री कंगना रनौत के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने मुंबई को पाक अधिकृत कश्मीर कहा था। उन्होंने इसे मुंबई के साथ ही महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस का अपमान बताया।
इसके अलावा शिवसेना विधायक मनीषा कयानदे ने भी अर्णब गोस्वामी के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया, वहीं कांग्रेस विधायक अशोक जगतापे ने अभिनेत्री कंगनी रनौत के खिलाफ भी विशेषाधिकार हनन का प्रसताव पेश किया। उन्होंने अभिनेत्री पर मुंबई को अपमानित करने का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र विधानपरिषद के चेयरमैन रामराजे नाइक निंबालकर ने दोनों प्रस्तावों को मंजूर करते हुए कहा, “मैंने विशेषाधिकार हनन के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। चूंकि इस विषय में कोई समिति नहीं है, इसलिए इन पर मैं फैसला लूंगा।”
गौरतलब है कि कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से करते हुए हा था कि मुंबई शहर बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत के साथ उनकी तूतू-मैंमैं भी हुई थी। कंगना रनौत अपने विवादित बयानों के चलते कई बार सुर्खियों में रही हैं। उन्होंने हाल के दिनों में सुशांत केस को लेकर मुंबई पुलिस पर कई तीखी टिप्पणियां की हैं। उन्हें सोमवार को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है।