कोरबा (IP News). छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सतरेंगा आगमन का कार्यक्रम फिर तैयार हो रहा है। बताया गया है कि वे 11 अथवा 12 दिसम्बर को यहां आ सकते हैं। सतरेंगा के बाद मुख्यमंत्री का कोरबा आगमन होगा। यहां विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी कोई प्रोटोकाल जारी नहीं हुआ है। इसे पहले फरवरी में मंत्रिमंडल की बैठक सतरेंगा में निश्चित की गई थी, लेकिन दो बार कार्यक्रम निर्धारित होने के बाद अपरिहार्य कारणों से इसे स्थगित करना पड़ा। उस दौरान राज्य की पर्यटन नीति की घोषणा यहां की जानी थी।
यहां बताना होगा कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित सतरेंगा को पर्यटन के क्षेत्र में देश के मानचित्र में स्थान दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। ट्राइबल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म और वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने की परियोजना पर पर्यटन विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। इसी क्रम में कोरबा जिले के सतरेंगा में वाटर टूरिज्म का ई-लोकार्पण एक नवंबर को राज्योत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया था। ट्राइबल टूरिज्म सर्किट के तहत सतरेंगा बोट क्लब एंड रिसॉर्ट का निर्माण सतरेंगा में किया गया है। एसईसीएल ने सीएसआर मद से सतरेंगा में पर्यटन के विकास के लिए 9.43 करोड़ की राशि छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल को दी है। इस राशि का उपयोग सतरेंगा में क्रूज टूरिज्म की शुरुआत के लिए की जाएगी।
जाने सतरेंगा को
सतरेंगा एक ग्राम पंचायत है। जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 34 किलोमीटर है। गांव का सरहदी क्षेत्र हसदेव बांगो बांध के कैचमेंट एरिया से जुड़ा हुआ है। यहां बताना होगा बांगो बांध का कैचमेंट एरिया 6,730 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। बांगो राज्य की नहीं बल्कि देश के बड़े बांधों में गिना जाता है। इसका निर्माण 1961-62 में हुआ था। बांध की भराव क्षमता 2894.331 एमसीएम है। पहले इसकी भराव क्षमता 3046 एमसीएम थी, इसमें लगभग 5 फीसदी की कमी आई है। सतरेंगा के अलावा बुका, टिहरीसरई आदि क्षेत्र में पर्यटन स्पाॅट के रूप जाने जाते हैं। बुका को छत्तीसगढ़ का माॅरीशस भी कहा जाता है।