कोरबा (आईपी न्यूज)। केन्द्र सरकार के कोयला उद्योग में काॅमर्शियल माइनिंग के फैसले की श्रमिक संगठनों द्वारा मुखालफत की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर जहां केन्द्र स्तर की चार यूनियन एटक, एचएमएस, सीटू व इंटक एक साथ हैं, वहीं बीएमएस ने पृथक तौर पर आंदोलन की राह पकड़ी है।
एटक के रमेंद्र कुमार, एचएमएस के नत्थूलाल पांडेय, इंटक के एसक्यू जामा, सीटू के डीडी रामानंदन ने संुयक्त बयान जारी कर बताया कि काॅमर्शियल माइनिंग के निर्णय और सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने के विरूद्ध 10 जून को देशव्यापी विरोध दिवस मनाया जाएगा। 11 जून को देशभर के कोयला क्षेत्रों में काला दिवस मनाया जाएगा। श्रमिक नेताओं ने कोयला कामगारों से अपील करते हुए कहा है वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए दो दिवसीय आंदोलन में सहभागिता करें।
इधर, बीएमएस से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजूदर संघ के उपाध्यक्ष शिवदयाल बिसंदरे ने बयान जारी कर बताया कि 10 जून को सभी महाप्रबंधक के कार्यालयों के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा।