आगरा में 55 घंटे के लॉकडाउन के आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कायदे-कानून की धज्जियां उड़ी दीं। भाजपा विधान मंडल दल के मुख्य सचेतक बनने के बाद रविवार को लखनऊ से लौटे दक्षिण क्षेत्र से विधायक योगेंद्र उपाध्याय के स्वागत के लिए भाजपाई लॉकडाउन का उल्लंघन कर पहुंचे। 15 किमी लंबा जुलूस निकाला गया, जिसमें 40 गाड़ियों का काफिला था। इस दौरान भाजपाई नियम-कानून सब भूले बैठे। यहां तक कि कोरोना महामारी के प्रकोप से भी बेखर दिखाई दिए। पुलिसवाले भी मूकदर्शन बने रहे।
भाजपा विधान मंडल दल के मुख्य सचेतक बने विधायक योगेंद्र उपाध्याय का रविवार को लॉकडाउन में फतेहाबाद रोड से जयपुर हाउस तक स्वागत किया गया। हर एक किमी पर स्वागत कार्यक्रम रखा गया था। इसमें भी भीड़ उमड़ी। विधायक चार बजे आगरा पहुंचे, जबकि कार्यकर्ता इससे एक घंटा पहले ही आ गए थे। लॉकडाउन का उल्लंघन तो हुआ ही, सामाजिक दूरी की धज्जियां भी उड़ीं। कई कार्यकर्ता बिना मास्क लगाकर ही विधायक के स्वागत में पहुंचे थे।
योगेंद्र उपाध्याय का स्वागत करने वालों में दो विधायक, 15 पार्षद और भाजपा के शहर में 21 मंडलों के अध्यक्ष पहुंचे थे। सिलसिला फतेहाबाद रोड स्थित होटल रमाडा से शाम चार बजे शुरू हुआ। यहां से विधायक जयपुर हाउस स्थित भाजपा कार्यालय और फिर माधव भवन स्थित संघ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उत्तर के विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, खेरागढ़ के विधायक महेश गोयल, महानगर भानु महाजन, पूर्व मेयर इंद्रजीत आर्य, पूर्व महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे समेत कई नेता मौजूद रहे।
विधायक योगेंद्र उपाध्याय का कहना है कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे स्वागत के लिए न आएं, लॉकडाउन का पालन करें। इसके लिए पत्र भी जारी किया था। इतना ही नहीं, जब कई लोग पूछ रहे थे कि वह लखनऊ से कब वापस आएंगे, तब उनसे रविवार की जगह सोमवार बता दिया था। इसके बावजूद जब लोग पहुंच गए तो सामाजिक दूरी का पालन कराया। गाड़ियों के बीच दूरी बनाए रखी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे लॉकडाउन का पालन करें और मास्क अवश्य पहनें।