इस साल रेल कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस (Railway Bonus) मिलेगा। रेल मंत्रालय (Minstry of Railways) ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि रेलवे अपने सभी 11.58 लाख नॉन-गैजटेड कर्मचारियों (non-gazetted Employees) को 78 दिनों की सैलरी के बराबर बोनस देगी। इस प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) से रेल मंत्रालय पर कुल 2081.68 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। हालांकि, कोरोना काल में जिस तरह से सरकारी कर्मचारियों का डीए (DA) काटा गया, उसे देखते हुए लग रहा था कि शायद इस साल रेल कर्मचारियों को बोनस नहीं मिले। इसे देखते हुए रेल कर्मचारियों ने कई दिन पहले से ही आंदोलन शुरू कर दिया था।

हर साल दशहरा में रेल कर्मचारियों को बोनस मिलता है। रेल कर्मचारियों ने इस साल बोनस नहीं मिलने की सूरत में देशभर में रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी दी थी और मंगलवार को प्रदर्शन भी किया था। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सभी केंद्रीय कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला किया। साथ ही कैबिनेट ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए रेल मंत्रालय के उस प्रस्ताव को भी स्वीकार कर लिया जिसमें RPF और RPSF जवानों को छोड़कर सभी नॉन-गैजटेड कर्मचारियों 78 दिनों का बोनस देने की बात कही गई थी।

अधिकतम बोनस 17,951 रुपये मिलेगा

रेल कर्मचारियों को इस साल 78 दिनों का बोनस मिलेगा, लेकिन बोनस की अधिकतम सीमा 17,951 रुपये ही होगी। पिछले साल भी कर्मचारियों को 78 दिन का ही बोनस मिला था और उसकी सीलिंग भी 17,951 रुपये ही तय की गई थी। यह बोनस सभी करेमचारियों को एक किस्त (Installment) में ही मिलेगा और इसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिये कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में डाला जाएगा।  मंत्रालय का कहना है कि रेलवे के सभी अराजपत्रित कर्मचारी (Non Gazetted Employees) इसके दायरे में आएंगे। इससे कुल 11.58 लाख रेल कर्मचारियों को फायदा होगा। इसमें रेलवे सुरक्षा बल (RPF/RPSF) के जवान शामिल नहीं हैं।

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