नई दिल्ली: भारतीय रेलवे की ओर से कहा गया है कि सभी नियमित यात्री ट्रेन सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी. वहीं 230 विशेष ट्रेनें चलती रहेंगी. रेलवे ने एक बयान में यह जानकारी दी. रेलवे ने एक बयान में कहा, ‘सभी संबंधित पक्षों के संज्ञान में लाया जाता है, जैसा पहले ही निर्णय लिया गया है और सूचित किया गया है कि नियमित यात्री और लोकल ट्रेन सेवाएं अगले नोटिस तक निलंबित रहेंगी.’
All regular passenger and suburban train services will continue to remain suspended till further notice.
Special trains shall continue to run.https://t.co/VyJsXCR8OS pic.twitter.com/hbwkB601st
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 11, 2020
रेलवे ने कहा, ‘गौरतलब है कि इस समय चल रहीं 230 विशेष ट्रेनें चलती रहेंगी. मुंबई में राज्य सरकार की जरूरत के अनुसार केवल सीमित आधार पर चल रहीं लोकल ट्रेनें भी चलती रहेंगी.’ रेलवे ने कहा कि विशेष ट्रेनों में यात्रियों की संख्या पर नियमित नजर रखी जा रही है और आवश्यकता के आधार पर अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाई जा सकती हैं.
उसने कहा कि हालांकि, लॉकडाउन से पहले तक चल रहीं अन्य सभी नियमित ट्रेनें और उपनगरीय ट्रेनें अगले नोटिस तक निलंबित रहेंगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सभी विशेष ट्रेनें- राजधानी रूट पर बीते 12 मई से चल रहीं 12 जोड़ी ट्रेनें और एक जून से चल रहीं 100 जोड़ी ट्रेनें चलती रहेंगी.
इससे पहले रेलवे ने कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान सभी ट्रेन सेवाओं को 12 अगस्त तक निलंबित कर दिया था. अधिकारियों ने बताया कि सीमित संख्या में विशेष उपनगरीय ट्रेन सेवाएं, जिन्हें हाल ही में मुंबई में आवश्यक सेवा कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था, वे भी चलती रहेंगी.
अनिश्चितकाल के लिए यात्री ट्रेन सेवाओं के स्थगित रहने से भारतीय रेलवे ने इस वित्त वर्ष के लिए अपने यात्री व्यवसाय में लगभग 40,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है. बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. बीते 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना वायरस के 60,963 नए मामले सामने आए हैं और 834 लोगों की मौत हुई है.
इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर बुधवार को 2,329,639 हो गई है और अब तक 46,091 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में वायरस के 643,948 सक्रिय केस हैं और 1,639,600 लोग इसके संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. संक्रमण के मामलों में भारत, अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है.