नई दिल्ली। देश पर छाए कोरोना संकट के कारण लगाए गए लॉकडाउन का असर मजदूर वर्ग के बाद अब मध्यम और नौकरीपेशा वर्ग पर पड़ने लगा है। लॉकडाउन के साथ ही आर्थिक अनिश्चितता बढ़ने के चलते बड़े पैमाने पर नौकरीपेशा वर्ग द्वारा अपने भविष्य निधि का पैसा निकाला जा रहा है। जो साबित करता है कि लॉकडाउन के कारण देश का एक बड़ा वर्ग आर्थिक तंगी में आ चुका है। इसीलिए वह अब वह अपने पीएफ का पैसा भी खाते से निकालने पर मजबूर है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के मुताबिक, छूट प्राप्त पीएफ ट्रस्ट से भी पैसा निकालने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। बीते 27 अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक कुल 79,743 छूट प्राप्त पीएफ ट्रस्ट से जुड़े खाताधारकों ने 875.52 करोड़ रुपये खातों से निकाल लिए हैं। इसी तरह 222 निजी प्रतिष्ठानों के 54641 खाताधारकों ने 338.23 करोड़, जबकि 76 पब्लिक सेक्टर के प्रतिष्ठानों के 24178 लाभार्थियों ने 524.75 करोड़ रुपये अपने खातों से निकाले। इसी तरह 23 सहकारी सेक्टर के प्रतिष्ठानों ने भी 924 खाताधारकों को 12.54 करोड़ रुपये दिए।