नई दिल्ली। दिल्ली विधान सभा चुनाव 2020 की तारीखों की घोषणा भले ही अभी नहीं हुई हो लेकिन बीजेपी, कांग्रेस और आप अभी से चुनावी मोड में नजर आ रही है। इसको लेकर दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की सरगर्मियां बढ़ गई हैं। वहीं अगले साल दिल्ली विधान सभा चुनाव 2020 के लिए चुनाव आयोग कभी घोषणा कर सकता है। क्योंकि दिल्ली में विधान चुनाव प्रक्रिया पूरी करने के बाद अगली सरकार का गठन 15 फरवरी, 2020 तक हर हाल में गठन होना है। 14 फरवरी, 2015 को आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी, इसी दिन AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली थी।
बता दें 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) के 62 विधायक और भाजपा के चार विधायक हैं। बाकी सीटें अन्य दलों और निर्दलीयों के पास हैं। पिछली बार 7 फरवरी, 2015 को दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए थे।
2020 के चुनाव में दिखेगा यह बदलाव
- मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाने की सुविधा दी जाएगी।
- मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली पर्ची मिलेगी।
- इस बार सभी विधानसभाओं में मॉडल मतदान केंद्र बनेंगे।
- स्कैन करके मिलेगा प्रवेश। सूची में नहीं ढूंढ़ना पड़ेगा नाम।
आयोग मतदान बढ़ाने की कर रहा कवायद
दिल्ली में 2015 में 65% से अधिक मतदान हुआ था। मगर 2019 के लोकसभा चुनाव में यह घटकर 60% रह गया था। आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह कवायद कर रहा है।
किसे क्या सुविधा
- मांग करने पर दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने के लिए वाहन की सुविधा दी जाएगी।
- वोट डालने से पहले लॉकर में मोबाइल जमा कराने की सुविधा दी जाएगी।
- वेंटिग एरिया में बैठने के लिए सोफे लगाए जाएंगे।
- हर बूथ पर पीने के लिए वाटर डिस्पेंसर की सुविधा के साथ, चुनावकर्मियों व मतदाताओं के बच्चों के लिए क्रेच या प्ले एरिया बनागा होगा।