विशाखापट्टनम। विशाखा स्टील प्लांट यानी राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के निजीकरण के फैसले के खिलाफ ट्रेड यूनियन ने हड़ताल का नोटिस दिया है। गुरुवार को विशाखा उक्कु परिरक्षणा पोराटा समिति ने प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस थमाया।
यूनियन के सदस्यों ने बताया कि प्लांट के निजीकरण के खिलाफ 25 मार्च के बाद कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे। ट्रेड यूनियन के नेता नरसिंग राव, डी आदिनारायण और मंत्री राजशेखर ने मांग की है कि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड की 100 प्रतिशत बिक्री के लिए आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की मंजूरी को रद्द किया जाए।
ट्रेड यूनियनों ने इसके अलावा मद्दिलापालेम में भूमि खंडों के पुनर्विकास और विमुद्रीकरण पर राष्ट्रीय भवन निर्माण कंपनी (एनबीसीसी) के साथ हाल ही में किए गए एमओयू के निलंबन और सभी बचे हुए पुनर्वास कार्डधारकों को स्थायी रोजगार प्रदान करने की मांग की। यूनियन नेताओं ने दिल्ली कूच के साथ ही आंध्र प्रदेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करने की भी तैयारी कर रखी है।
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी निजीकरण का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को दो बार पत्र लिखा है। इसके अलावा वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद विजयसाई रेड्डी ने केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ एक पदयात्रा भी निकाली थी।