वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) की मालिकाना हक वाली कंपनी हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) ने सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित होने के बाद अपने निवेशकों को प्रति शेयर 21.30 रुपये डिविडेंड देने की घोषणा की है, यह राशि 9000 करोड़ रुपये के करीब है। इस खबर से आज शेयर बाजार में वेदांता के स्कॉक्स में 5.2% तक उछाल देखने को मिली। वहीं, हिन्दुस्तान जिंक के शेयरों में भी 3% की तेजी आई। हालांकि, इस डिविडेंड का अधिकतर हिस्सा वेदांता को मिलेगा क्योंकि हिन्दुस्तान जिंक में Vedanta के मालिक अनिल अग्रवाल का 65 फीसदी शेयर है।
सुबह 10.50 में BSE पर वेदांता का शेयर 4% की तेजी के साथ प्रति शेयर 102.75 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा था। जबकि, दोपहर 1.20 बजे इसकी कीमत 101.35 रुपये थी। वहीं, सुबह 10.30 बजे हिन्दुस्तान जिंक का शेयर 3% की उछाल के साथ 229.60 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। दोपहर 1.20 बजे इसके शेयर की कीमतों में और तेजी आई और यह 4.35% की बढ़त के साथ 232.55 रुपये प्रति शेयर के भाव पर था।
इस साल वेदांता के शेयर 33% टूटे
आपको बता दें कि हिन्दुस्तान जिंक में वेदांता के प्रमोटर अनिल अग्रवाल के 274.31 करोड़ शेयर हैं जिसकी वैल्यू 30 सितंबर के हिसाब से 5,843 करोड़ रुपये है। हिन्दुस्तान जिंक में अनिल अग्रवाल की हिस्सेदारी 64.92% है। इससे पहले वेदांता ने खुद को शेयर बाजार से डिलिस्ट कराने के लिए डिलिस्टिंग ऑफर की पेशकश की थी जो फेल हो गई थी। आपको बता दें कि इस साल अब तक वेदांते के शेयर में 33% की गिरावट आई है और हिन्दुस्तान जिंक के शेयर में 9% की तेजी देखने के मिली है।
हिन्दुस्तान जिंक का मुनाफा 7% कम हुआ
30 सितंबर को खत्म हुई दूसरी तिमाही में हिन्दुस्तान जिंक का मुनाफा 6.7 घटा है। कंपनी ने मंगलवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ (net profit) 1,940 करोड़ रुपये रह गया। जबकि, एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 2,081 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। हिन्दुस्तान जिंक ने बताया कि खर्च बढ़ने के कारण मुनाफे में कमी आई है। हालांकि, जुलाई से सितंबर के बीच कंपनी की कुल आय बढ़कर 6,050 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 5,101 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही के दौरान उसका कुल खर्च बढ़कर 3,014 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 3,014 करोड़ रुपये था।