कोरबा (आईपी न्यूज)। छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में स्थित सतरेंगा को देश के पर्यटन के नक्शे पर लाने की जोरदार कवायद चल रही है। इसको लेकर शासन- प्रशासन कितना गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मंत्रिमंडल की बैठक यहां आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल द्वारा दी गई जानकारी के अुनसार इसके लिए 23 फरवरी की तरीख तय की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित छत्तीसगढ़ सरकार के सभी 12 मंत्री सतरेंगा पहुंचेंगे। इनके साथ राज्य सरकार के मुख्य सचिव तथा अन्य आला अफसरों का आगमन होगा। बीते माह प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मंडल के सतरेंगा दौरे के बाद यह तय कर लिया गया था कि कि इस स्थान को माॅडर्न टूरिज्म स्पाॅट के तौर पर विकसित किया जाएगा। कलेक्टर किरण कौशल के नेतृत्व में जिला प्रशासन सतरेंगा में पर्यटन के लिहाज से आधारभूत ढांचे व सुविधाओं को दुरुस्त और विकसित करने में जुटा हुआ है।
क्या तैयारी चल रही
– पहले से स्थित विश्रामगृहों को और बेहतर बनाया जा रहा है।
– बड़े स्तर पर एक उद्यान विकसित किया जा रहा है। यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधे और फूल लगाए हैं। मौजूदा पेड़, पौधों की पहचान के लिए बोर्ड भी लागाए जा रहे हैं।
– ठहरने के लिए यहां पांच बड़े सर्वसुविधायुक्त काॅटेज बनाए बनाए गए हैं।
– उद्यान परिसर में ही ओपन आॅडिटोरियम तैयारी किया गया है। आॅडिटोरियम के मंच पर प्रस्तुति देने के दौरान बैकग्राउंड यानी पीछे के दृश्य में समुद्र रूपी अथाह जल नजर आएगा। दर्शक दीर्घा में बैठे पर्यटक भी इसका आंनद उठा सकेंगे। मंच और बैठक व्यवस्था के बीच कैम्प फायर के लिए कांक्रीट का गोलाकार स्थान बनाया गया है, जहां आग जलायी जा सकती है।
– उद्यान के ठीक समाने फूड प्लाजा होगा। यहां छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ साउथ इंडियन, चाइनीज आदि खान-पान के बैठक व्यवस्था वाले स्थाई स्टाॅल होेंगे। इसका संचालन स्थानीय महिला स्व- सहायता समूहों को सौंपा जा रहा है। समूहों से जुड़ी महिलाओं को बकायदा प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
– एक क्म्यूनिटी टाॅयलेट भी तैयार किया जा रहा है, ताकि बाहरी क्षेत्र में गंदगी न हो।
– पुराने विश्राम गृह और नए उद्यान क्षेत्र तक पहुंचने सीसी रोड तैयार किया गया है।
– मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आगमन को देखते हुए नए उद्यान के पास हेलीपेड और पार्किंग तैयार किया गया है।
– जलभराव में यात्रा के लिए स्टीड बोट, जेट बोट की व्यवस्था की जा रही है। सतरेंगा से क्रुज के जरिए बुका तक की यात्री की जा सकेगी। वाॅटर स्पोटर्स के साधन भी होंगे।
– अलग- अलग तरह के सेल्फी पाइंट तैयार किए जा रहे हैं।
– सौर ऊर्जा चलित हाईमास्ट लाइट्स लगाए जा रहे हैं, ताकि रात के वक्त भी सतरेंगा का प्राकृतिक सौंदर्य खिल उठे।
जाने सतरेंगा को
सतरेंगा एक ग्राम पंचायत है। जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 34 किलोमीटर है। गांव का सरहदी क्षेत्र हसदेव बांगो बांध के कैचमेंट एरिया से जुड़ा हुआ है। यहां बताना होगा बांगो बांध का कैचमेंट एरिया 6,730 स्क्वायर किलोमीटर ़क्षेत्र में फैला हुआ है। बांगो राज्य की नहीं बल्कि देश के बड़े बांधों में गिना जाता है। इसका निर्माण 1961-62 में हुआ था। बांध की भराव क्षमता 2894.331 एमसीएम है। पहले इसकी भराव क्षमता 3046 एमसीएम थी, इसमें लगभग 5 फीसदी की कमी आई है। सतरेंगा के अलावा बुका, टिहरीसरई आदि क्षेत्र में पर्यटन स्पाॅट के रूप जाने जाते हैं। बुका को छत्तीसगढ़ का माॅरीशस भी कहा जाता है।