धनबाद। चालू वर्ष में तो कोयलाकर्मियों को नियमित पेंशन भुगतान की जा रही है, लेकिन यही हाल रहा तो अगले साल कोयला खान भविष्य निधि संस्थान का पेंशन फंड निगेटिव हो जाएगा। यानी पेंशन फंड में जितनी राशि जमा हो रही है, उससे ज्यादा रकम पेंशन भुगतान करना पड़ेगा। चालू वर्ष में आवक और भुगतान की राशि बराबर है। इसे गंभीर स्थिति मानी जाती है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीएमपीएफ आयुक्त ने कोल कंपनियों के सीएमडी को पत्र लिखकर प्रतिटन कोयले पर दस रुपए वॉलेंटरी दान पर निर्णय लेने का आग्रह किया है।
स्थिति की गंभीरता पर सीएमपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया वर्तमान में पेंशन फंड में लगभग 350 करोड़ रुपए आ रहा है। लगभग इतनी ही रकम पेंशन के लिए भुगतान करनी पड़ रही है। यह गंभीर स्थिति है। हर महीने पेंशनरों की संख्या बढ़ रही है और अंशदान करनेवाले घट रहे हैं।
हालत यह है कि पेंशन भुगतान के लिए सीएमपीएफ एक पैसा निवेश करने की स्थिति में नहीं है। सीएमपीएफ अधिकारी की मानें तो पेंशन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए बफर फंड जरूरी है। दुर्भाग्य से सीएमपीएफ वर्तमान समय में इस स्थिति में नहीं है।
सीएमपीएफ के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रतिटन कोयला कंपनियां यदि दस रुपए दान करती हैं तो सीएमपीएफ को प्रतिमाह 700 करोड़ रुपए की आमदनी होगी। उक्त रकम को निवेश कर दो-तीन साल में अच्छा-खासा बफर फंड तैयार किया जा सकता है।
फंड के फेर में फंस गयी है 1000 न्यूनतम पेंशन
सीएमपीएफ में अभी भी सौ-दो सौ पेंशन पानेवाले पेंशनर भी हैं। ईपीएफओ की तर्ज पर सीएमपीएफओ ने भी न्यूनतम पेंशन एक हजार करने का निर्णय लिया था। पेंशन फंड की दयनीय स्थिति के कारण न्यूनतम पेंशन एक हजार नहीं की जा रही है। प्रबंधन के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मौजूदा स्थिति में न्यूनतम पेंशन एक हजार करने से पेंशन फंड तुरंत निगेटिव हो जाएगा। प्रतिटन 10 रुपए सीएमपीएफ को मिलेगा तभी न्यूनतम पेंशन एक हजार करने संबंधी निर्णय को लागू किया जा सकेगा।
सभी सीएमडी को सीएमपीएफ आयुक्त ने लिखी चिट्ठी
14 फरवरी 2020 को सीएमपीएफ आयुक्त अनिमेष भारती ने कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों को चिट्ठी लिखी है। आयुक्त ने लिखा है कि सीएमपीएफ पेंशन फंड की स्थिति अच्छी नहीं है। रिटायर कोयलाकर्मियों एवं उनके आश्रित को निर्बाध पेंशन भुगतान के लिए पेंशन फंड को समृद्ध करने की जरूरत है। 20 दिसंबर 2019 को सीएमपीएफ बोर्ड की 172वीं बैठक में प्रतिटन कोयला उत्पादन पर दस रुपए वॉलेंटरी सहयोग सीएमपीएफ को पेंशन फंड के लिए करने की बात हुई थी। इसलिए सभी सीएमडी मामले पर स्थिति से अवगत कराएं।