नागपुर (IP News). आज का दिन सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के बीच व्यावसायिक साझेदारी के लिहाज से स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो गया है। मंगलवार को डब्ल्यूसीएल प्रबंधन और सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों के बीच वर्चुअल बैठक हुई जिसमें वर्तमान वित्तीय वर्ष से ही 50 रैक कोयले की डिस्पैच क्षमता को हासिल करने के लिए सेंट्रल रेलवे की भूमिका के साथ-साथ दोनों की ज़िम्मेदारियों पर सहमति बनी। बातचीत में साइडिंग के अधिकतम उपयोग,रेलवे के गुड्स शेड का इस्तेमाल,पर्याप्त रेक की उपलब्धता और टाइमली लोडिंग आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। RailCoalSynergy (रेल-कोल सहयोग) के नारे को सफल बनाते हुए सेंट्रल रेलवे ने दोगुना रेक- डिस्पैच अभियान की इस कोशिश में डब्ल्यूसीएल को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

पिछले दिनों अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्र के नेतृत्व में कंपनी ने मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के अपने कोयला उपभोक्ताओं के साथ वर्चुअल संवाद श्रृंखला आयोजित की थी जिसके बाद डब्ल्यूसीएल के कोयले की मांग बढ़ी है। Mission 100 Days के दूसरे चरण में सभी क्षेत्र 15 दिसंबर, 2020 तक डिस्पैच प्रक्रिया की आधारभूत संरचनाओं आवश्यकतानुसार सुदृढ़ करने में लग गए हैं।

वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के locational advantage को देखते हुए दूसरी कोयला कंपनियों के मुकाबले काफी कम रेल भाड़े की लागत के कारण डब्ल्यूसीएल द्वारा प्रेषित कोयला सस्ती दर पर उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगा जिससे बिजली उत्पादन की लागत में भी कमी आएगी।

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