बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में अब 12वीं पास करने वाली छात्राओं को 25 हजार और ग्रेजुएट होने पर छात्राओं को 50 हजार रुपये देगी। इसके अलावा नीतीश कुमार ने कहा कि हम कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक नया विभाग बनाएंगे। आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थान इसके अंतर्गत आएंगे। हम उन लोगों की आर्थिक मदद करेंगे, जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा की गई बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा का हम स्वागत करते हैं।
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार में विधानसभा के चुनाव समय पर कराने के लिए चुनाव आयोग ने जिस प्रबल प्रशासनिक इच्छाशक्ति से काम लिया और जितनी व्यापक तैयारी की है, उसके लिए आयोग की सराहना की जानी चाहिए। जब कोरोना काल में पूरी सावधानियों का पालन करते हुए अर्थव्यवस्था खोली जा रही है, पर्यटन स्थल, मेट्रो और धार्मिक स्थल तक खोले जा रहे हैं, तब लोकतांत्रिक प्रक्रिया को स्थगित करने की दलील उचित नहीं थी। आयोग का निर्णय जान भी, जहान भी और लोकतंत्र का सम्मान भी के मंत्र का पालन करता है।
शुक्रवार को ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता अगले महीने मात्र 11 दिनों के भीतर तीन चरणों में पूरे होने वाले मतदान के लिए पूरी तरह तैयार है। एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना काल में गरीबों-मजदूरों-युवाओं, बुजुर्गों और किसानों की सहायता के लिए सरकारी खजाना खोल दिया। कोरोना पर नियंत्रण के साथ-साथ कोसी महासेतु के शुभारम्भ, रेलवे की परियोजनाओं का उद्घाटन और गंगा पर नये महासेतुओं के निर्माण की आधारशिला रखकर ढांचागत विकास की गति बनाये रखी गई। बिहार के 8 करोड़ मतदाता चुनाव को इन मुद्दों पर अपना समर्थन देने के अवसर के रूप में लेंगे।