रेलवे के मुताबिक इस मोबाइल ऐप से कर्मचारी अपनी डेट ऑफ ज्वाइंनिग से लेकर वेतन वृद्धि, पदोन्नति, पुरस्कार, स्थानान्तरण, पोस्टिंग, छुट्टी, प्रशिक्षण और सेवानिवृत्ति लाभों से संबंधित विवरण देख सकते हैं। रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “ये सारी जानकारी कर्मचारियों को वर्तमान में आसानी से उपलब्ध नहीं है। इस एक के बाद अब इससे प्रशासन में पारदर्शिता आती है। रेलवे कर्मचारियों और प्रशासन के बीच यह एकल खिड़की संचार प्रणाली का काम करेगा।”
मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारी अपने प्रोफाइल से संबंधित जानकारी और सेवा रिकॉर्ड की स्कैन की गई कॉपी के अलावा ई-सेवा रिकॉर्ड भी देख सकते हैं। कर्मचारियों को इसे एक्सेस करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन पर आईपीएएस नंबर / पीपीएफ नंबर दर्ज करके रजिस्ट्रेशन करना होगा। वहीं रेलवे ने कहा है कि वर्तमान में कर्मचारियों के सेवा रिकॉर्ड से संबंधित डेटा और उसके सत्यापन की व्यापक कवायद चल रही है। 93 प्रतिशत यानी करीब 11.19 लाख सेवारत रेलवे कर्मचारियों का डेटा पहले ही इस मॉड्यूल में स्टोर किया जा चुका है।