कोरबा (आईपी न्यूज)। वेदांता लिमिटेड ने 1674 रुपए प्रति टन की बोली लगा जामखानी कोल ब्लाॅक प्राप्त किया है। केन्द्रीय कोयला मंत्रालय ने लौह, इस्पात, सीमेंट तथा कैप्टिव पाॅवर प्लांट जैसे क्षेत्रों के लिए 27 कोल ब्लाॅक की नीलामी प्रक्रिया शुरू की थी। इनमें केवल छह कोल ब्लाॅक की नीलामी हो सकी है। नीलामी प्रक्रिया के अंतिम यानी छठवें दिवस वेदांता लिमिटेड ने जामखानी कोल ब्लाॅक के लिए 1674 रुपए प्रति टन की बोली लगाते हुए खदान को अपने नाम किया। इस कोल ब्लाॅक का आरक्षित मूल्य 1002 रुपए प्रति टन निर्धारित किया गया था। जामखानी कोयला खान ओड़िशा राज्य के सुंदरगढ़ जिले में स्थित है। इस ब्लाॅक में 114.98 मिलियन टन कोयला भण्डारित है। माइनिंग प्लान के अनुसार यहां से 2.6 मिलियन टन कोयले का सालाना उत्पादन होगा। हाल ही में वेदांता ने गारे पालमा 4/1 कोल ब्लाॅक के लिए भी बोली लगाई थी, लेकिन यह खदान जेएसपीएल ने हासिल कर ली थी। जामखानी कोल ब्लाॅक मिलने से वेदांता का कोयला संकट कुछ हद तक दूर होगा। कंपनी यहां के कोयले की खपत ओड़िशा संयंत्र में करेगी। जामखानी के लिए वेदांता ने दो बालियां लगाई थीं। वेदांता के अलावा बोली लगाने वाली कंपनियों में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, रूंगटा माइंस लिमिटेड और नेचुरल रिसोर्सेज एनर्जी शामिल थी। बिड़ला कॉर्पोरेशन ने बिक्रम कोयला ब्लॉक के लिए दो रुपये प्रति टन और ब्रम्हपुरी कोयला ब्लॉक के लिए 156 रुपये प्रति टन की दर से उच्चतम बोली लगाई। जेएसपीएल ने गारे पालमा 4/1 के लिए 53 प्रतिशत प्रीमियम पर 230 रुपये प्रति टन की बोली लगाई थी। दूसरी सबसे बड़ी बोली भास्करपारा ब्लॉक के लिए प्रकाश इंडस्ट्रीज की 1100 रुपये प्रति टन आयी, क्योंकि यहां के कोयले का ग्रेड कैलोरी मान पर अधिक है और यह रेल नेटवर्क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। कोल ब्लाॅक प्राप्त करने वाली इन कंपनियों को खुले बाजार में उत्पादित कोयले का 25 प्रतिशत बेचने की अनुमति होगी।

  • Website Designing