उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान जारी है। शाम छह बजे तक वोट डाले जायेंगे। दोपहर तीन बजे तक 46 प्रतिशत से अधिक वोट डाले गए। इस चरण में 61 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है।
इनमें अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए 12 जिलों की 13 सुरक्षित सीटें भी शामिल हैं। इन जिलों में श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, गोंडा, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज और चित्रकूट जिले शामिल हैं।
इस चरण में 61 विधानसभा सीटों के लिए 90 महिलाओं सहित कुल 693 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे अधिक प्रतापपुर सीट के लिए 25, जबकि मिल्कीपुर, पयागपुर, बाराबंकी, जैदपुर, हैदरगढ़, सदर और कादीपुर सीटों पर सबसे कम सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
कुल दो करोड़ 25 लाख मतदाता हैं, जिनमें एक करोड़ 20 लाख पुरुष, एक करोड़ पांच लाख महिला और एक हजार 727 किन्नर शामिल हैं। चुनाव के लिए 25 हजार नौ सौ 95 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अनुप्रिया पटेल के अपना दल (सोनेलाल) और संजय निषाद के नेतृत्व वाली निषाद पार्टी के साथ गठबंधन किया है। समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोक दल, शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, कृष्णा पटेल और महान दल के नेतृत्व वाली जनवादी पार्टी (समाजवादी) और अपना दल (कामेरावाड़ी) के साथ गठबंधन किया है।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है, लेकिन चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। इस बीच, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी अकेले चुनाव लड रही हैं। असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन किया है।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने भी 30 से अधिक क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन का नाम सामाजिक परिवर्तन मोर्चा है। जनता दल (यूनाइटेड) राज्य में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहा है।
इस चरण में प्रमुख भाजपा उम्मीदवारों में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, रमापति शास्त्री, नंद गोपाल गुप्ता और अनुपमा जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय सिंह, पूर्व राज्य मंत्री राम चंद्र यादव के साथ मयंकेश्वर शरण सिंह, वेद प्रकाश, प्रभात कुमार, पदम सेन चौधरी, प्रतीक भूषण सिंह, बावन सिंह और शरद अवस्थी शामिल हैं। भाजपा गठबंधन सहयोगी अपना दल (एस) ने पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी और पूर्व सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल को मैदान में उतारा है।
समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री राकेश वर्मा, फरीद महफूज किदवई, अरविंद कुमार सिंह गोप, आनंद सेन, यासर शाह और योगेश प्रताप सिंह के साथ मोहम्मद नईम, रायश चंद्र शुक्ला, रमेश चंद्र गौतम, तेज नारायण पांडे, सूरज सिंह, बैजनाथ दुबे, इंद्राणी देवी, पूजा पाल, विज्मा यादव, ऋचा सिंह व महाराजी प्रजापति को मैदान में उतारा है। अपना दल (कामेरावाड़ी) ने डॉ. पल्लवी पटेल को टिकट दिया है।
बहुजन समाज पार्टी ने रघुवंश दूबे, घनश्याम पांडे, गुलाम कादिर, संजय गोस्वामी, देवेंद्र मिश्रा नागरहा, अब्बास अली जैदी, रवि प्रकाश, नईम, अलीमुद्दीन, विनोद कुमार शुक्ला, रंजीत गोस्वामी, राम किशोर, मुनसब अली, अतुल कुमार द्विवेदी, मीता गौतम, निगार फातमा उस्मानी और रागिनी तिवारी और कांग्रेस के चार बार के विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, प्रदीप सिंह, आशीष शुक्ला, तलत अजीम, संजय तिवारी, जय प्रकाश मिश्रा, तसलीमुद्दीन, ज्ञानेश शुक्ला, ताहिर बानो, राम प्रताप सिंह के साथ उर्मिला पटेल, अल्पना निषाद, गज़ाला चौधरी, चित्रा वर्मा, रीता और सीमा देवी मैदान में हैं।
इनके अलावा आम आदमी पार्टी के विष्णु कुमार, अल्ताफ अहमद, शुभम श्रीवास्तव, रजत चौरसिया और सुष्मिता राघव चुनाव मैदान में हैं। एआईएमआईएम से कुमैल अशरफ खान, अरुण कुमार, मोहिबुल हक, मोहम्मद फरहान, राशिद जमील और के शेर मोहम्मद और लोक दल के राजेंद्र सोनकर शामिल हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सूर्यकांत पांडेय भी इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
चुनाव के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसमें मतदाताओं को पहचान पुष्टि पर्ची दी जाती है। निर्वाचन आयोग कोविड और ओमिक्रॉन के संक्रमण के मद्देनजर सुरक्षित मतदान पर ध्यान दे रहा है।
आयोग ने एक मतदान केंद्र में डेढ़ हजार मतदाताओं के स्थान पर अब एक हजार दो सौ पचास मतदाताओं को अनुमति देने का फैसला किया है। गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मतदान वाले राज्यों में मतदान केंद्रों की संख्या में एक बड़ा बदलाव आया है।
कोरोना से संक्रमित और संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों, दिव्यांगजनों और 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए डाक मत पत्र के विकल्प की सुविधा दी गयी है। इन लोगों को घर पर या संस्थागत पृथकवास में रहने का सक्षम प्राधिकारी से प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
आयोग ने संबंधित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि मतदान केन्द्र पर पीने का पानी, प्रतीक्षालय, शौचालय, रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, दिव्यांगजनों के लिए रैंप आदि की सुविधाएं हों। मतदान केंद्र पर सेनिटाइजेशन, प्रवेश द्वारों पर मतदाताओं की थर्मल जांच के लिए मतदान कर्मचारी या पैरामेडिकल स्टाफ या आशा कार्यकर्ता होंगे।
कोविड महामारी को देखते हुए सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय एक घंटे बढ़ा दिया गया है। क्वारंटीन में रह रहे कोविड मरीज स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशन में और कोविड उपायों का सख्ती से पालन करते हुए मतदान के अंतिम घंटे मे वोट डाल सकेंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र में दस्ताने उपलब्ध कराने और इस्तेमाल किए गए दस्तानों के निस्तारण की व्यवस्था की गई है।
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