साउथम्प्टन में खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के तीसरे और अंतिम मुकाबले में इंग्लैंड की टीम (England vs Pakistan) ने मेहमान पाकिस्तान की हालत पत्ली कर दी है. पहले जैक क्रॉले (Zak Crawley) की 267 रन की पारी और जोस बटलर (Jos Buttler) के 152 रन की बदौलत मजबानों ने 583/8 पर अपनी पारी घोषित की. जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान ने महज 24 रन पर ही अपने तीन विकेट गंवा दिए. तीनों विकेट जेम्स एंडरसन (James Anderson) को मिले.
सायरा जब छुट्टियों में इंडिया आया करती थी तो दिलीप कुमार की फिल्मों की शूटिंग देखने जाया करती थी । फिल्म मुगले आजम के सेट पर भी वो मधुबाला और दिलीप कुमार को देखने गई थी। शायरा दिलीप कुमार की इतनी दीवानी हो गई कि वो बॉलीवुड में काम करना चाहती थी। लंदन में स्कूल जाते हुए अक्सर वो हिंदी फिल्मों के पोस्टर देखा करती थी। सायरा बानो की मां नसीम बानो अपने समय की मशहूर एक्ट्रेस रही थी, नानी छमिया बाई यानि शमशाद बेगम दिल्ली की मशहूर गायिका थी।
मां नसीम बानो ने बहुत अमीर घराने के एहसान मियां से शादी किया था। लेकिन सायरा के पापा बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए और नसीम बानों बच्चों को लेकर लंदन में रहने लगी। सायरा का अधिकतर बचपन लंदन में बीता जहां से पढ़ाई खत्म करके वह भारत लौट आईं ।ब़ॉलीवुड में आते ही शायरा ने फिल्मों में काम करना शुरू किया।नाजुक सी सायरा बानो उस दौरान खूबसूरती की मिसाल थी और जब राजेन्द्र कुमार ने फिल्म आई मिलन की बेला में सायरा के साथ काम किया तो वो उनपर फिदा हो गए। बॉलीवुड के जुबली कुमार पर सायरा का दिल भी आ गया, राजेन्द्र कुमार शादीशुदा थे और दो बच्चों के पापा भी। साय़रा राजेन्द्र कुमार से शादी की जिद पकड़े हुए थी तो वहीं राजेन्द्र भी सायरा की खातिर अपना परिवार तक छोड़ने को तैयार थे।
एक बार अपने बर्थडे पर वो इसलिए रूठ गईं, कि उनकी मां ने राजेन्द्र कुमार को नहीं बुलाया. तब नसीम बानो ने दिलीप कुमार को खबर भेजी कि वो आकर अपनी फैन को समझाएं-बुझाएं । सायरा की मां नसीम को अपनी बेटी की नादानी पर बेहद गुस्सा आ रहा था। वो नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी एक शादीशुदा शख्स से शादी करे। इस मामले में नसीम ने पड़ोसी दिलीप साब की मदद ली और उनसे कहा कि सायरा को वे समझाए कि वो राजेन्द्र कुमार से दूर हो जाए । बेमन से दिलीप कुमार ने यह काम किया क्योंकि वे सायरा के बारे में ज्यादा जानते भी नहीं थे और शादी का तो दूर-दूर तक इरादा नहीं था।
जब दिलीप साहब ने सायरा को समझाया कि राजेन्द्र के साथ शादी का मतलब है पूरी जिंदगी सौतन बनकर रहना और तकलीफें सहना। तब पलटकर सायरा ने दिलीप साहब से सवाल किया कि क्या वो उनसे शादी करेंगे? सायरा के इस सवाल से अकचकचाए दिलीप उस समय तो कोई जवाब नहीं दे पाए। लेकिन जब साय़रा बानो ने ये जिद्द कर दी कि अगर दिलीप कुमार उनसे शादी नहीं करेंगे तो उन्हें राजेन्द्र कुमार से शादी करने दिया जाए….तो दिलीप कुमार शादी के बारे में सोचने राजेन्द्र कुमार की पत्नी शुक्ला और उनके बच्चों का भविष्य भी सायरा और राजेन्द्र कुमार की शादी से मुश्किल में पड़ जाता। ऐसे में दिलीप कुमार ने राजेन्द्र कुमार का परिवार बचाने के लिए और फिर अपनी बढ़ती उम्र को देख सायरा बानो से निकाह का फैसला कर लिया।
60s में दिलीप कुमार द मोस्ट इलिजिबल बैचलर कहे जा रहे थे और उनकी शादी से पूरे फिल्म इंडस्ट्री में खुशी की लहर दौर गई थी। वो तारीख थी 11 अक्टूबर 1966 की… बड़ी धूम धाम से निकली थी दिलीप कुमार की बारात। संगीत और आतिशबाजी की धूमधाम के बीच जोरदार दावत हुई थी।बारात की अगुवाई पापा पृथ्वीराज कपूर ने की थी। बारात में दूल्हे दिलीप कुमार की घोड़ी की लगाम पृथ्वीराज कपूर ने थामी थी और दाए-बाए उनके जिगरी दोस्त राज कपूर तथा देव आनंद नाच रहे थे। 44 साल की उम्र में 22 साल की सायरा से बाकायदा निकाह कर लिया।
दिलीप कुमार ने कोई चट मंगनी पट ब्याह की स्टाइल नहीं अपनाई थी। नसीम और सुबोध मुखर्जी को इसके लिए काफी फिल्डिंग करना पड़ी। दिलीब साब चेन्नई में एक फिल्म की शूटिंग के समय बीमार हो गए। फौरन सायरा को चेन्नई भेजा गया और चेन्नई जाकर दिलीप साहब की सेवा में जुट गई। महाबलेश्वर में भी दोनों की मुलाकातें हुईं। अपने से 22 साल छोटी सायरा से जब दिलीप कुमार ने शादी रचाई …जब लोगों ने अखबारों में यह पढ़ा कि दिलीप कुमार ने एक्ट्रेस सायरा बानो से शादी कर ली तो लोग चौंक गए। वैसे, उनका चौंकना स्वाभाविक ही था, क्योंकि शादी से पहले तक दिलीप कुमार ने सायरा बानो के साथ एक भी फिल्म नहीं की थी। दोनों में न दोस्ती थी और न ही मिलना-जुलना था।
दुल्हन बनकर सायरा दिलीप के घऱ पहंची लेकिन लंदन में पली बढ़ी सायरा का दिलीप कुमार के भीड़-भाड़ वाले घर में ज्यादा दिनों तक मन नहीं लगा। वे अपनी मां नसीम बानों के घर में रहने लगी जो कि दिलीप साहब के घर के करीब में ही था। शादी के बाद भी सायरा ने फिल्मों में काम जारी रखा। बॉलीवुड में ये जोड़ी मशहूर होने लगी। फिल्मी परदे पर ही नहीं रियल लाइफ में भी ..लेकिन 1971 में उनके साथ एक हादसा हो गया।
न्यूज पेपर्स और मैगजीन्स में छपी खबरों के मुताबिक फिल्म विक्टोरिया 203 की शूटिंग के वक्त सायरा प्रेगनेंट थी। प्रेंगनेन्सी के दौरान लगातार शूटिंग करते रहने कुछ कॉम्पलीकेशंस आ गई और उनका बच्चा बच नहीं पाया। उस वक्त दिलीप कुमार फूट-फूटकर रोए थे। उस हादसे के बाद सायरा दुबारा मां बन नहीं पाई। दिलीप और सायरा ने हर सुख-दुख में एक दूसरे का साथ ऩिभाया और आज भी इनके बीच गजब की मोहब्बत है।