कोरबा, 10 फरवरी। देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन (NTPC) छत्तीसगढ़ में 800 मेगावाट क्षमता वाली दो नई इकाई स्थापित करेगा। इनमें 800 मेगावाट क्षमता वाली एक इकाई सीपत में तथा दूसरी यूनिट कोरबा में प्रस्तावित है।
इस संदर्भ में कोरबा सुपर थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य महाप्रबंधक बी. रामचंद्र राव ने industrialpunch.com से चर्चा करते हुए बताया कि एनटीपीसी सीपत के लिए 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई के लिए स्वीकृति मिल चुकी है। एनटीपीसी कोरबा के लिए भी 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई प्रस्तावित है। संयंत्र परिसर में ही इसे स्थापित किया जाना है, लेकिन राख उपयोगिता षत प्रतिशत नहीं होने के कारण विस्तार परियोजना में विलंब हो रहा है। श्री राव ने कहा कि वर्तमान में राख की उपयोगिता की स्थिति 60 से 70 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कोरबा के आसपास सीमेंट उद्योग नहीं होने कारण राख की पूरी खपत नहीं हो पा रही है। हालांकि प्रबंधन शत प्रतिशत राख उपयोगिता के लिए पूरा प्रयास कर रहा है।
एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख ने बी. रामचंद्र राव ने बताया कि ग्रीन एनर्जी की दिशा में काम चल रहा है। एनटीपीसी कोरबा द्वारा 30 मेगावाट क्षमता वाला सोलर विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा। भारत सरकार की योजना 2032 तक 50 प्रतिशत एनर्जी रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से प्राप्त करने की है।
श्री राव ने कहा एनटीपीसी कोरबा द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रत्येक स्तर के उपाय कए जाते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोरबा देश का नम्बर एक संयंत्र बना हुआ है। प्लांट लोड फैक्टर 91.4 प्रतिशत पर है। सीएसआर के क्षेत्र में भी व्यापक कार्य हो रहा है।