कोरबा (आईपी न्यूज़)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर घड़ी में ठीक 9 बजते ही ज्यादतर घरों की लाइट्स ऑफ हो गई। लोग परिवार के साथ घर के दरवाजे और बालकनी पर आ गए। कई लोगों ने दीये जलाए तो कुछ ने मोमबत्ती और मोबाइल की फ्लैश लाइट व टोर्च से रोशनी की। दरअसल प्रधानमंत्री के इस आह्वान का उद्देश्य कोरोना वायरस की जंग के प्रति एकजुटता जाहिर करना था। हालांकि कुछेक ने इसकी मुख़ालफ़त भी की। इधर, इन सबके बीच समर्थकों ने फटाखे छोड़ने शुरू कर दिए। कोरबा शहर के अलावा उप नगर बालको, दर्री, कुसमुंडा आदि एरिया में भी फटाखों की गूंज सुनाई पड़ी। फटाखे छोड़ने का सिलसिला आधे घंटे तक चलता रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान करने के दौरान अति उत्साहित न होने की नसीहत भी दी थी। ताकि ताली और थाली बजाने के दौरान समर्थकों ने इसके उद्देश्य के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और धारा 144 की जो धज्जियां उड़ाई थी, वैसा फिर न दोहराया जाए। 9 मिनट तक लाइट्स तो ऑफ रखी गई, लेकिन आधे घंटे तक फटाखे छोड़कर प्रधानमंत्री के उद्देश्य पर मठ्ठा डालने की कोशिश भी की गई।