कोरोना संकट के बीच देशभर में लॉकडाउन है, जिसके चलते काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला 50 दिन बाद भी जारी है। प्रवासी मजदूर और किसानों के सामने सबसे विकट परेशानी खड़ी है। प्रवासी मजदूरों के पास अब पैसे भी खत्म हो गए हैं। इस वजह से श्रमिक पैदल तो कुछ वाहनों के जरिए ही अपने गांवों की ओर चल पड़े है। एक ओर जहां केंद्र की ओर से श्रमित ट्रेने चलाई गई है वहीं दूसरी ओर बीजेपी शासित राज्य से मजदूरों की ऐसी तस्वीर सामने आ रही है जिसे देखकर हर कोई हैरान है। इसी कड़ी में एक वीडियो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट पर शेयर करते हुए योगी सरकार पर तंज कसा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ‘यूपी के हर बॉर्डर पर बहुत मजदूर मौजूद हैं। वो धूप में पैदल चल रहे हैं, आज वो घंटों खड़े रखे जा रहे हैं। उन्हें अंदर आने नहीं दिया जा रहा। उनके पास पिछले 50 दिनों से कोई काम नहीं है। जीविका ठप पड़ी है। हम जो भी योजनाएं बना रहे हैं उनमें उनके लिए कुछ सोचा ही नहीं जा रहा। मजदूरों को घर भिजवाने के लिए कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा। ज्यादा ट्रेनें चलाइए, बसें चलाइए। हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है हमें सेवा करने दीजिए।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
चिट्ठी लिख 1000 बसें चलाने की मांगी अनुमति, कांग्रेस वहन करेगी पूरा खर्चा
इससे पहले सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कांग्रेस महासचिवा प्रियंका गांधी इससे पहले उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र यूपी में एक हजार बसों के संचालन की अनुमति मांगी है। पत्र में प्रियंका ने लिखा, ‘लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है।
प्रदेश में अब तक करीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है। पलायन करते हुए बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वहन करेगी वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस कार्यालय के ट्वीट हैंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि भरतपुर और अलवर से 400 बसें उत्तर प्रदेश के बहज गोबर्धन बॉर्डर पर पहुंच चुकी हैं। बसों में यूपी आने वाले प्रवासी मजदूर यात्रा कर रहे हैं।
..मजदूरों को घर भिजवाने के लिए कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा। ज्यादा ट्रेनें चलाइए, बसें चलाइए।
हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है हमें सेवा करने दीजिए। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020