नई दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 का पहला साल शनिवार को पूरा हो गया. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मौके पर पार्टी के कामों की सूची गिनाई और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उनमें समझदारी की कमी बताई.
मोदी सरकार की विफलता को लेकर सवाल उठा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जेपी नड्डा ने कहा, ‘राहुल गांधी जी की गहराई से सब चीजों पर समझ कम है. इस कारण तरह तरह के बयान देते रहते हैं जो खुद कन्फ्यूजन वाले होते हैं. कभी कहते हैं लॉकडाउन जल्दी लगा दिया. कभी कहते हैं कि लॉकडाउन हटा क्यों नहीं रहे हैं. कभी कहते हैं कोरोना के केस बढ़ रहे हैं तो लॉकडाउन उठा क्यों रहे हैं. वे राजनीतिकरण से प्रेरित होकर इस तरह के बयानबाजी करते रहते हैं. उनकी जानकारी और उनका अध्ययन सीमित है.’
उन्होंने कहा कि राजनीति चुनाव के समय की जाती है हर समय नहीं. हम देश सेवा के उद्देश्य से काम कर रहे हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने अपने भाषण में अनुच्छेद 370 को खत्म करना, राम मंदिर मुद्दे का समाधान और ट्रस्ट का गठन करने के अलावा तीन तलाक को अपराध की श्रेणी में लाने के साथ-साथ सीएए कानून लागू करने को दूसरे कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों के रूप में बताया.
नड्डा ने कहा, ‘पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष में बहुत डिसाइसिव फैसले लिए गए हैं. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35 ए को निरस्त किया गया. यह प्रधानमंत्री की इच्छा शक्ति का नतीजा था और इसके सूत्रधार बने हमारे गृह मंत्री अमित शाह, जिन्होंने उसे कार्यरूप दिया.’
उन्होंने कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल वर्षों से लटकाया जा रहा था. हमारी सरकार ने फैसला लिया. इस फैसले के कारण आज सीएए लागू हुआ और उनको मुख्यधारा में शामिल होने का मौका मिला.’
नड्डा ने कहा कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो कहा है उसे पूरा करने के लिए हम अग्रसर हो रहे हैं. कोरोना के संकट के साए में भी सभी कामों पर तेजी से आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे. डिजिटल वर्ल्ड के माध्यम से लोगों और कार्यकर्ताओं से भी जुड़े रहेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने भी सरकार के एक साल पूरे होने पर देशवासियों के नाम चिट्ठी लिखी है.
आत्मनिर्भर बनाने पर ज़ोर
नड्डा ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात इस मौके पर भी दोहराई.
उन्होंने कहा, ‘स्वदेशी और स्वावलंबन के मंत्र को लेकर हम आज आगे बढ़ रहे हैं. सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये का आत्मनिर्भर भारत पैकेज दिया. इस पैकेज के माध्यम से ये प्रयास हुआ है कि कैसे हर सेक्टर आत्मनिर्भर बनकर मुख्यधारा में खड़ा हो और कैसे उन्हें रियायतें दी जाएं.
उन्होंने कहा, ‘1.70 लाख करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज दिया गया. इसके माध्यम से 80 करोड़ लोगों के राशन की व्यवस्था की गई. 20 करोड़ महिलाओं के जनधन खातों में 500 रुपये की मदद, बुजुर्गों और दिव्यांगों को आर्थिक सहायता और मनरेगा मजदूरी में वृद्धि की गई.’
उन्होंने कहा, ‘कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 100 से ज्यादा देशों को मदद करते हुए उन्हें दवाइयां भी पहुंचाई है. इस लड़ाई में प्रधानमंत्री के एक-एक आह्वान को देश ने सुना और उसका समर्थन किया. इसके लिए मैं देश की जनता का धन्यवाद देता हूं.’