भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए रिक्त हुए 3 स्थानों की पूर्ति के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया और चार घंटे में सभी 206 विधायकों, मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस बीच कांग्रेस के कोरोना से संक्रमित एक विधायक बकायदा पीपीई किट पहनकर अस्पताल से मतदान केंद्र तक पहुंचे और अपना वोट डाला।

कोरोना संक्रमित विधायक को एक विशेष गेट से मतदान केंद्र तक पहुंचाया गया और उनके आगमन और प्रस्थान के क्रमश पहले और बाद में पूरे क्षेत्र को पूरी तरह सेनिटाइज किया गया। इसके पहले सुबह 9 बजे से शुरू हुए मतदान में दोपहर 12 बजे तक 205 विधायकों ने अपने अपने वोट डाल दिए थे।

अंत में कोरोना संक्रमित विधायक से पूरे सुरक्षा इंतजाम के बीच मतदान करवाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित, भाजपा, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के अलावा चार निर्दलीय विधायकों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

दोपहर 12 बजे तक विधानसभा के 205 सदस्यों ने अपने अपने मताधिकार का उपयोग कर लिया था। इसके बाद कांग्रेस के एक विधायक, जो हाल ही में कोरोना संक्रमित पाए गए थे और एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें भी पूरे सुरक्षा इंतेजामों के बीच एंबुलेंस से विधानसभा लाया गया और मतदान करवाया गया।

हालांकि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विधानसभा के अधिकारियों की ओर से कोरोना संक्रमित विधायकों को डाक मतपत्र में भी मतदान करने की सुविधा मुहैया कराई गई थी, लेकिन एक मात्र कोरोना संक्रमित कांग्रेस विधायक ने अस्पताल से मतदान केंद्र आने तक का विकल्प चुना।

राज्यसभा की रिक्त तीन सीटों के लिए भारतीय जनता पार्टी के ज्योतिरादित्य सिंधिया,  सुमेर सिंह सोलंकी और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह, फूलसिंह बरैया उम्मीदवार हैं, जिनके बीच मुख्य मुकाबला है। विधानसभा में सदस्य संख्या के अनुसार भाजपा के पक्ष में दो और कांग्रेस के पक्ष में एक सीट जाना सुनिश्चित माना जा रहा है।

राज्यसभा निवार्चन की प्रक्रिया मार्च महीने में शुरू हुई थी और उस समय नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया भी पूरी हो गई थी, लेकिन कोरोना के कारण चुनाव प्रकिया स्थगित कर दी गई थी। मौजूदा समय में विधानसभा के 206 सदस्यों में भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के 2, सपा के 1 और चार निर्दलीय हैं।

 

Source : Hindustan

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