महासमुंद (IP News). हेल्थ विभाग का बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अफसरों द्वारा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से गुस्साएं संविदा कर्मचारियों ने अब विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर से न्याय की गुहार लगाते हुए डीपीएम संदीप ताम्रकर को यहां से हटाने की मांग की है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत राकेश देवांगन, संदीप चंद्राकर, घनश्याम देशमुख, नेहा चंद्राकर, मनीष कश्यप सहित अन्य कर्मचारियों ने विधायक निवास पहुंचकर विधायक श्री चंद्राकर से मुलाकात की। इस दौरान कर्मचारियों ने यहां पदस्थ डीपीएम श्री ताम्रकर के खिलाफ जमकर शिकायत की। उन्होंने विधायक श्री चंद्राकर को बताया कि डीपीएम श्री ताम्रकर द्वारा कार्यस्थल में मानसिक, जातिगत व लैगिंक उत्पीड़न तथा भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। आला अफसरों से बार-बार शिकायत के बाद भी अभी तक डीपीएम श्री ताम्रकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने बताया कि शिकायत करने से बौखलाए डीपीएम द्वारा अब उन्हें कम अंक देकर परेशान किया जा रहा है। उनकी कार्रवाई के कारण उन्हें एक जुलाई से काली पट्टी लगाकर काम करना पड़ रहा है। शिकायत सुनने के बाद विधायक श्री चंद्राकर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

महिला लेखापाल को किया जा परेशान

कर्मचारियों ने बताया कि डीपीएम श्री ताम्रकर द्वारा महिला कर्मचारियों को भी परेशान किया जा रहा है। महिला कर्मचारियों की शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिला लेखा सहायक नेहा चंद्राकर ने शिकायत की है कि डीपीएम के सामने बात रखने पर उनका व्यवहार अपमानित करना, दुर्व्यवहार करना, जातिगत टिप्पणी करना व भयभीत करने वाला होता है। साथ ही शासन व प्रशासन से पहुंच बताकर धौंस जमाया जाता है।

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