कोरबा (IP News).  छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के डीएसपीएम विद्युत संयंत्र का सुरक्षा विभाग प्रबंधन की छवि को धूमिल करने में जुटा हुआ है। 500 मेगावाट क्षमता वाले प्लांट के मुख्य द्वारा पर विभागीय सुरक्षा कर्मियों की तैनाती रहती है। संयंत्र में नियमित कर्मियों, अधिकारियों, ठेका कामगारों के अलावा अन्य लोगों का आवागमन होता है। बाहर से कई ठेकेदार, सप्लायर आदि लोग कार्य के संदर्भ में संयंत्र पहुंचते हैं। दरअसल डीएसपीएम का प्रशासनिक कार्यालय संयंत्र के भीतर स्थित है। आंगुतकों के लिए एंट्री पास की व्यवस्था है। गेट पर नियुक्त सुरक्षा कर्मियों द्वारा इसे जारी किया जाता है। इधर, मुख्य द्वारा पर ऐसे सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है जो आगुंतकों के साथ दुव्र्यवहार करते हैं। आगुंतकों के साथ बदतमीजी से बात की जाती है। यहां तक की मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। दुर्भाग्यजनक स्थिति यह हैै सुरक्षा कर्मियों के दुव्र्यवहार को उनके अधिकारी भी सपोर्ट करते हैं। सुरक्षा कर्मियों को समझाइश देने के बजाए वे भी आगुंतकों के साथ बदतमीजी पर उतर आते हैं। सुरक्षा कर्मियों के दुव्र्यवहार को लेकर डीएसपीएम से शिकायतें भी की गई हैं। संयंत्र के अधिकारी भी सुरक्षा कर्मियों की हरकतों से परेशान हैं।

न मास्क लगाते न ही गेट पर सेनेटाइजर की व्यवस्था

गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मी कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन भी नहीं कर रहे हैं। कोई भी सुरक्षा कर्मी मास्क लगाए नहीं होता है। गेट पर सेनेटाइजर की भी व्यवस्था नहीं है। सुरक्षा कर्मी गुटखा चबा रहे होते हैं।

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