भुवनेश्वर। आर्सेलरमित्तल की होल्डिंग कंपनी आर्सेलरमित्तल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एएमआईपीएल) ने आज कहा कि उसने ओडिशा के क्योंझर जिले में अपनी ठकुरानी लौह अयस्क खदान में खनन कार्य शुरू कर दिया है। इस ब्लॉक में करीब 17.9 करोड़ टन लौह अयस्क भंडार होने का अनुमान है। इससे एएम/एनएस इंडिया की दीर्घावधि कच्चे माल की जरूरतों को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी।
ठकुरानी लौह अयस्क ब्लॉक की सालाना उत्पादन क्षमता 55 लाख टन है जिसे 80 लाख टन तक बढ़ाई जा सकती है। व्यापक उत्खनन पूरा होने पर इसके खनिज भंडार में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। एएमआईपीएल ने पट्टा हासिल करने के बाद राज्य सरकार के साथ एक खदान विकास एवं उत्पादन समझौते पर हस्ताक्षर किए है। फरवरी 2020 में ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित एक नीलामी प्रक्रिया के तहत एएमआईपीएल को ठकुरानी लौह अयस्क खदान के लिए पसंदीदा बोलीदाता चुना गया था। उसके तहत एएमआईपीएल ने 107.55 फीसदी प्रति टन प्रीमियम के साथ-साथ अन्य रॉयल्टी एवं शुल्क देने के लिए राजी हुई थी। इससे राज्य को उल्लेखनीय राजस्व सुनिश्चित हुआ था।
एएम/एनएस इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी दिलीप ओमेन के हवाले से कहा गया है, ‘ठकुरानी से उत्पादित अयस्क की आपूर्ति एएम/एनएस इंडिया के इस्पात विनिर्माण संयंत्रों को की जाएगी। इससे एक सुरक्षित एवं एकीकृत आपूर्ति शृंखला के साथ लंबी अवधि में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। धीरे-धीरे स्लरी पाइपलाइन के जरिये ओडिशा में हमारे संयंत्रों को ठकुरानी से जोडऩे की योजना है। इससे पर्यावरण के अनुकूल खनिज लॉजिस्टिक सुनिश्चित होने के अलावा लागत में भी बचत होगी। हमने खदान के आसपास के स्थानीय समुदारों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और हम उनका भरोसा जीतने के लिए सुरक्षित एवं सतत परिचालन के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
एएम/एनएस इंडिया और एएमपीआईएल कोविड-19 वैश्विक महामारी से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए खदान स्थल पर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित कर रही हैं।
Source : Business Standard