नई दिल्ली। सोना ने पिछले नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वैश्विक बाजार में सोने का भाव सोमवार को 1944 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। इससे पहले कॉमेक्स पर सोने का भाव छह सितंबर 2011 में 1921.10 डॉलर प्रति औंस तक उछला था। चांदी का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर सोमवार सुबह 6.06 फीसद डॉलर की बढ़त के साथ 24.24 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। विदेशी संकेतों के कारण मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का वायदा भाव में तेज उछाल दर्ज किया गया है और यह 800 रुपये की तेजी के साथ 51,833 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है। यह सोने का अब तक का उच्चतम स्तर है।

वहीं, चांदी का भाव एमसीएक्स पर कारोबार के दौरान 64,849 रुपये प्रति किलो तक उछला। विशेषज्ञों के अनुसार, डॉलर में आई कमजोरी से सोने को बल मिला है। दुनिया की छह प्रमुख मुद्रा के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स 18 मई को 100.43 पर था जोकि अब फिसलकर 93.85 पर आ गया है। वैश्विक बाजार में तेजी आने से दिल्ली सर्राफा बाजार में पीली धातु की कीमत 53,500 रुपये प्रति दस ग्राम के पार पहुंच गई। दरीबा ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता ने हिन्दुस्तान को बताया कि कोरोना संक्रमण गहराने से निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ता जा रहा है। इसके चलते सोने में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। दिवाली तक सोने का भाव 60 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के पार जा सकता है।

रूस द्वारा चीन को झटका देने से संकट बढ़ा

अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव के साथ रूस भी शामिल हो गया है। रूस ने चीन को एस-400  मिसाइल सौदे को रद्द करने का फैसला किया है। इससे वैश्विक तनाव और बढ़ने का अंदेशा बढ़ गया है। अमेरिका के साथ भी चीन के रिश्ते अच्छे नहीं है। चीन के साथ दुनिया के कई देशों के खराब होते रिश्ते वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक है। इसके देखते हुए निवेशक सबसे सुरक्षित निवेश यानी सोने की ओर रुख कर रहे हैं।

केंद्रीय बैंकों द्वारा 50 साल में सबसे अधिक खरीद 

  • 650.3 टन सोने की खरीद केंद्रीय बैंकों द्वारा 2019 में जो 50 साल में सबसे अधिक
  • 16.2 टन सोना तुर्की ने खरीदा जो दुनियाभर के देशों में सबसे ज्यादा
  • 100 अरब डॉलर का गोल्ड अकेले रूस ने खरीदा वैश्विक तनाव के बीच
  • 274.3 टन का गोल्ड रिजर्व रूस के पास जो अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर

निवेशक सावधानी से निवेश करें 

केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया इस सप्ताह अमेरिकी फेड की बैठक है। अगर फेड ब्याज दरों में कटौती करता है तो सोने के भाव में गिरावट आ सकती है। वैसे भी सोने का भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया तो मुनाफावसूली के कारण कीमत में गिरावट आ सकती है। ऐसे में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। सोने से बेहतर चांदी में निवेश करना है। चांदी में आगे भी तेजी बनी रहेगी। चांदी का भाव 70,000 रुपये प्रति किला जा सकता है।

छह महीने में 26 फीसदी का रिटर्न

अप्रैल से जून के बीच जब देश में लॉकडाउन और अन्य वजहों से अर्थव्यवस्था संकट की दौर से गुजर रही है तब सोने ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया। इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में साने में 26 फीसदी की बढ़त हो चुकी है। 1 जनवरी को सोना 39,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था।

नौ साल बाद सोना नए शिखर पर

  • 2011 के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव नई ऊंचाई पर
  • 1944 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा सोने का भाव वैश्विक बाजार में
  •  3,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है सोने का भाव 18 महीने में
  • 64,849 रुपये प्रति किलो तक उछला चांदी का भाव एमसीएक्स पर

इन पांच कारणों से पीली धातु में तेजी जारी 

1. वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन को लेकर बढ़ता तनाव
2. शेयर बाजार में बड़ी गिरावट से निवेशक डरे
3. रियल एस्टेट सेक्टर लंबे समय से सुस्ती की चपेट में
4.  दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी
5. दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीदारी

 

 

Source : Hindustan

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