सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 308 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ हुआ है। हालांकि देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,018.63 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इस तरह सालाना आधार पर पहली तिमाही में पीएनबी के शुद्ध लाभ में 70 प्रतिशत की गिरावट आई है।
हालांकि बैंक ने कहा है कि इन आंकड़ों की तुलना पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के आंकड़ों से नहीं की जा सकती, क्योंकि एक अप्रैल, 2020 से ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पीएनबी में विलय प्रभावी हुआ है।
तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 24,292.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 15,161.74 करोड़ रुपये थी।
संपत्ति के मोर्चे पर बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) जून, 2020 के अंत तक घटकर 14.11 प्रतिशत रह गईं, जो जून, 2019 में 16.49 प्रतिशत थीं।
इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 7.17 प्रतिशत से घटकर 5.39 प्रतिशत रह गया।
हालांकि, इस दौरान डूबे कर्ज के लिए बैंक का प्रावधान दोगनुा से अधिक होकर 4,836.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,147.13 करोड़ रुपये था।
तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) सुधरकर 80.75 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 70.37 प्रतिशत था।
तिमाही के दौरान बैंक ने रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुरूप 1,693.68 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में पूंजी के प्रावधान को आगे के लिए टालने की सुविधा का लाभ लिया।