रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के किताब का शीर्षक ‘सपनों का सौदागर’ होगा. कोटा विधायक व अजीत जोगी की धर्मपत्नी डॉ रेणु जोगी ने किताब के नाम का सदन में ऐलान किया है. रेणु जोगी ने कहा कि शीर्षक को लेकर असमंजस में थी. सदन में सभी लोगों के मत से तय किया आत्मकथा का शीर्षक ‘सपनों का सौदागर’ होगा. रेणु जोगी ने कहा कि अजीत जोगी वाकई सपनों के सौदागर थे. वे सोते हुए नहीं दिन में सपने देखा करते थे. उन सपनों को पूरा करने के लिए जुट जाया करते थे.
उनका अंतिम सपना पेंड्रा गौरेला मरवाही को जिला बनाना था. मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने इस सपने को पूरा किया. गुरु दक्षिणा देने के लिए उन्हें धन्यवाद देती हूं. यही उनका अंतिम सार्वजनिक कार्यक्रम भी था. मैंने अजीत जोगी से पूछा था कि क्या आप की आत्मकथा पूरी हो गई है? उन्होंने जानकारी दी थी कि 5 मई 2020 को उनकी आत्मकथा पूरी हो गई. अब इस किताब का प्रकाशन सपनों के सौदागर शीर्षक के साथ ही करूंगी.