नई दिल्ली। बिजली उत्पादन करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने दिल्ली में दो बिजली वितरण लाइसेंस क्षेत्रों में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर की हिस्सेदारी को खरीदने की योजना टाल दी है। वर्तमान में बिजली की खुदरा बिक्री के अधिकार रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और राज्य सरकार के इस संयुक्त उद्यम के पास है।
एनटीपीसी ने मई में बीएसईएस डिस्कॉम के लिए बोली लगाने में दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन अब उसने ‘पारदर्शी प्रक्रिया के अभाव’ का हवाला देते हुए उसमें भाग न लेने की बात कही है। हालांकि उसने दो अन्य केंद्र शासित प्रदेश- पुदुचेरी और चंडीगढ़- की बिजली वितरण कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
कंपनी सूत्रों ने कहा कि एनटीपीसी ने अपनी योजना टाल दी है क्योंकि बोली प्रक्रिया का संचालन दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) द्वारा नहीं किया जा रहा था। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बीएसईएस एक सार्वजनिक यूटिलिटी है और इसलिए हम उम्मीद कर रहे थे कि उसके लिए बोली प्रक्रिया का संचालन डीईआरसी द्वारा किया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसलिए हम अपने कारोबारी योजनाओं में उसका मूल्यांकन नहीं कर रहे हैं।’
मई में एनटीपीसी ने डीईआरसी को पत्र लिखकर रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा प्रवर्तित दिल्ली की दोनों बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम)- बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) और बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। एनटीपीसी ने अपने पत्र में कहा था कि बीएसईएस डिस्कॉम में हिस्सेदारी खरीदने के लिए वह उत्सुक है बशर्तें इक्विटी बिक्री की प्रक्रिया पारदर्शी हो।