कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अहम पटेल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “अहमद पटेल के रूप में मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिनका पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित था। उनकी ईमानदारी और समर्पण, अपने कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, वह हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते थे। उनकी उदारता दुर्लभ गुण थे, जो उन्हें दूसरों से अलग करते थे।”

सोनिया गांधी ने आगे लिखा, मैंने एक अपरिवर्तनीय कॉमरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो दिया है। मैं उनके निधन पर शोक व्यक्त करती हूं और मैं उनके शोक संतप्त परिवार के लिए संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल एक महीना पहले कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। अहमद पटेल के बेटे फैजल पटेल ने ट्वीट कर कहा कि वे बेहद दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहे हैं। फैजल पटेल ने कहा कि 25 तारीख को सुबह 3.30 पर उनके पिता का निधन हो गया। फैसल पटेल ने कहा कि लगभग एक महीना पहले उनके पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। फैजल पटेल ने कहा कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।

अहमद पटेल तीन बार लोकसभा सांसद और पांच बार राज्यसभा सांसद रह चुके थे। उन्होंने पहली बार 1977 में गुजरात के भरुच से चुनाव वड़ा था और जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने 1980 और 1984 में भी भरुच से ही लोकसभा चुनाव जीता। इसके बाद 1993 में वे राज्यसभा के सदस्य बने और तब से लगातार राज्यसभा के सांसद रहे। अहमद पटेल 2001 से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी रहे।

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